-अवैध रूप से निकली जा रही है लाखों रुपए की प्रतिदिन रेत………
दतिया। एक और मध्य प्रदेश शासन और प्रदेश सूबे के मुखिया डॉ मोहन यादव स्पष्ट तौर पर कहते हैं कि प्रदेश के अंदर कोई भी काम अवैध रूप से नहीं किया जाएगा लेकिन दतिया जिले के गोराघाट थाना क्षेत्र के अंतर्गत तिलेथा रेत खदान घाट उच्च स्तर पर संचालित हो रहा है जिससे प्रतिदिन प्रदेश सरकार को लाखों रुपए की हानि हो रही है। खास बात तो यह है कि यह रेत खदान फॉरेस्ट की मेहरबानी पर संचालित है क्योंकि यह रेत खदान बेध नहीं है उसके बावजूद भी प्रतिदिन सैकड़ो डफंर और ट्रैक्टर ट्राली से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। सबसे खास बात तो यह है यह रेत खदान पूर्ण रूप से फॉरेस्ट एरिया से संचालित होती है।
दरअसल, वर्तमान समय में लोकसभा चुनाव की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है चुनाव की तैयारी को देखते हुए रेत कारोबार से जुड़े लोग जिला प्रशासन का पूरा फायदा उठा रहे है। तिलेथा रेत खदान पूर्ण रूप से अवैध है और फॉरेस्ट अधिकारियों की मिली भगत से यह खदान संचालित की जा रही है जिसके चलते प्रतिदिन लाखों रुपए की रेत चोरी छुपे परिवहन किया जा रहा है खास बात तो यह भी है कि पुलिस और प्रशासन इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है। और यह कहना भी अतिशयोक्ति नहीं है कि कहीं ना कहीं खाकी की मिली भगत भी रेत माफिया का हौसला बढ़ा रही है।
नदी के किनारे करोड़ों रुपए की जीत पड़ी हुई है…..
तिलेथा रेत खदान सिंध नदी के किनारो पर करोड़ों रुपए की रेत पड़ी हुई है जिसका लाभ सीधे रेत माफिया एलएनटी मशीनों से डंफर और ट्रैक्टर ट्रालियो में रेत भरकर खुले आम यह गोरख धंधा चल रहा है। गांव के किनारे होकर रेट से भरे हुए डंफर और ट्रैक्टर- ट्रॉलिया परिवहन करने में लगी हुई है। प्रतिदिन आधा सेकडा डंफर और ट्रैक्टर ट्रॉलिया इस गोरखधंधे में लगी हुई है। माइनिंग विभाग के अधिकारी इस मामले में चप्ुपी साधे हुए हैं जिसका सीधा लाभ फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी ले रहे हैं।
पुलिस भी कर रही अनदेखी….
तिलेथा रेत खदान से प्रतिदिन एक सैकड़ा वाहन रेत का परिवहन करने में लगे हुए हैं। अवैध रेत से भरे ये वाहन अंधाधुंध गति से दौड़ते हैं। पुलिस के जवान इनकी चेकिंग करते नजर नहीं आते। माइनिंग विभाग के अधिकारी भी चुप्पी साधे हैं। सूत्रों की माने तो अधिाकारियों की मेहरबानी भी रेत माफियाओं पर बनी हुई है जिसके चलते रेत माफिया भी बेखौफ तरीके से रेत का परिवहन उक्त घाट से करा रहे है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों को उठाने होंगे उच्च कदम…..
सिंध नदी तिलेथा रेत खदान पर जिला प्रशासन को उच्च कदम उठाने होंगे तभी यह अवैध गौरख धंधा बंद हो सकता है। जिला प्रशासन इस मामले में क्या उच्च कदम उठाएगी यह तो भविष्य के गर्त में है रेत माफिया प्रतिदिन लाखों रुपया छाप रहे है।
माइनिंग विभाग की ओर से नहीं है कोई भी परमिशन…..
तिलेथा रेत खदान पूर्ण रूप से अवैध है जिला प्रशासन और माइनिंग विभाग से किसी प्रकार की कोई भी परमिशन इस खदान को नहीं मिली है यह खदान अवैध रूप से रेत माफिया द्वारा संचालित की जा रही है।
Written By:- Ghanshyam Baba