भिण्ड: दिन में दिखने लगा सूरज का गुस्सा, तापमान के साथ गर्म हवाएं भी कर रहीं परेशान

-स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

भिण्ड। तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी होने की वजह से अब दोपहर के समय गर्म हवा का अहसास आमजन को होने लगा है। जिसके कारण लोग धूम में घरों के बाहर निकलने से भी बचते हुए नजर आ रहे हैं। आगामी समय में तापमान में बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिला अस्पताल में भी मरीजों की संख्या अधिक हो रही है मरीजों को अधिक पेय पदार्थ पीने की सलाह दी जा रही है।

अप्रेल महीने का अंतिम सप्ताह शुरु हो चुका है और उसके शुरु होते ही अब गर्मी अपने चरम पर आती हुई नजर आ रही है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 23 डिग्री और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह 9 बजे तक मौसम सामान्य था लेकिन 11 बजते ही मौसम में धूप चटख हो गई थी। उसके बाद 1 बजे से 3 बजे तक बाजार सूने नजर आने लगे थे। बाजार में घूमने वालों को गर्मी की वजह से तेज पसीना भी आ रहा था। मौसम विभाग की माने तो आगामी दिनों में तापमान में अभी और बढ़ोतरी होगी।

इन दिनों सहालग भी चल रहा है इसलिए जो लोग बाजार में काम के सिलसिले में आए। अधिकतर को गर्मी की वजह से अपने सिर को कपड़े या अन्य किसी चीज से ढंकना पड़ा। जो लोग बाजार में थे, उन्होंने गन्ने के रस और अन्य पेय पदार्थों से गर्मी शांत करने की कोशिश की। साड़ी विक्रेता अरविंद जैन ने बताया कि बाजार में दोपहर के समय जो भीड़ दिखाई दे रही है वह केवल शादी वाले घरों की है।, जिनको मजबूरी में खरीदारी पूरी करनी है। गर्मी का आलम यह है कि शाम को सूरज ढलने पर ही कुछ राहत मिलती है। कभी कभी रात में भी गर्मी से बेचैनी का अहसास होने लगता है। लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच बिजली ने भी झटके देने शुरू कर दिए हैं। जिससे आमजन की नींद में भी खलल पडऩे लगा है, रात में नींद पूरी न होने से चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है।

गर्मी से बचाव के दिए सुझाव

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए आमजन के लिए अलर्ट घोषित किया गया है। साथ ही बीमारी से बचाव के लिए कुछ सुझाव भी दिए गए हैं। जिसमें बताया गया है कि घर के बाहर जब भी निकलें खाली पेट नहीं निकलें। धूप में आने से बचें और सिर को ढ़ंककर धूप में निकलें जिसके लिए कपड़े या अन्य किसी से सिर ढ़ंका होना चाहिए। आंखों के बचाव के लिए सन ग्लास का उपयोग किया जा सकता है। बेल का शर्बत, छाछ, दही, ग्लूकोज, इलैक्ट्रोल का उपयोग समय समय पर करते रहना लाभप्रद है। आवश्यक काम होने पर ही दोपहर के समय घर से बाहर निकलें और संभव हो सके तो सुबह शाम के समय घर से बाहर निकलें। अधिक शारिरिक श्रम वाले काम करने से बचाव करें।

अस्पताल में बढ़ रहे मरीज

गर्मी बढऩे के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या की बढऩे लगी है। जिसमें सबसे अधिक मरीज इस समय उल्टी, दस्त, सिरदर्द, बेचैनी, घबराहट से संबंधित आ रहे हैं। चिकित्सकों का परामर्श है कि अधिक तला हुआ और गरिष्ठ पदार्थ गर्मियों में खाने से बचना चाहिए। हल्का खाना और अधिक पेय पदार्थ का सेवन करने से शरीर में स्फूर्ति रहेगी। बीमार होने की स्थिति में चिकित्सक से संपर्क कर दवा का सेवन करें।

 

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