भिण्ड: 10 ट्रेक्टर, एक जेसीबी व लोडर जप्त, मौके से भागा रेत माफिया

बगैर टेण्डर इंदुर्खी रेत खदान से निकाल रहे थे रेत, देर रात छापा मार कलेक्टर ने पकड़े वाहन
– थाना पुलिस की भूमिका पर संदेह तो अन्य थाने में पहुंचाए जप्त वाहन


भिण्ड। खनिज की चोरी और उसके अवैध उत्खनन को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भिण्ड जिले में एक बार फिर से रेत के अवैध खनन का मामला सामने आया, जिसमें कलेक्टर द्वारा देर रात खनिज टीम के साथ इंदुर्खी रेत खदान पर छापा डाला तो यहां जेसीबी से नदी में रेत निकाला जाना पाया गया। मौके पर पहुंची टीम ने यहां से 10 ट्रेक्टर, एक जेसीबी मशीन सहित 1 लोडर जप्त कर पुलिस के सुपुर्द किया।

बीते कुछ दिनों से रौन क्षेत्र के इंदुर्खी गांव में रेत माफिया सक्रिय हो गया था, जिनके द्वारा यहां सिंध नदी से बगैर किसी टेण्डर के रेत का अवैध खनन करना शुरु कर दिया गया था। शनिवार देर रात 11 बजे के करीब कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने सूचना मिलने पर खनिज टीम के साथ यहां छापा मारा। प्रायवेट वाहनों से इंदुर्खी रेत खदान पर कलेक्टर व खनिज अधिकारी दिनेश डुडवे के पहुंचते ही यहां भगदड़ मच गई। लेकिन पहले से ही तैयार अधिकारियों की टीम ने यहां निकलने वाले रास्तों पर अपने वाहन खड़े कर रास्ता बंद कर देने से यहां रेत से भरे ट्रेक्टर भाग नही सके। जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान एक जेसीबी मशीन से नदी के बीचों बीच रेत का खनन होना पाया गया, जिस पर कलेक्टर द्वारा सभी वाहनों को जप्त कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इंदुर्खी रेत खदान से लोकल स्तर पर सक्रिय रेत माफिया द्वारा रेत निकाला जा रहा था। शाम ढलने के बाद ही यहां मशीनों के जरिए रेत खनन शुरु कर दिया जाता था, जिसे ट्रेक्टरों के माध्यम से खदान से निकाल कर गांव के बाहर स्टॉक कर बड़े वाहनों में लोड करते थे।

एक दर्जन से अधिक वाहन हुए जप्त:


इंदुर्खी रेत खदान पर कार्रवाई करने पहुंची अधिकारियों की टीम ने यहां रेत खनन और उसका परिवहन करने के लिए खड़े वाहनों को जप्त किया। जिसमें मौके से 10 ट्रेक्टर, 1 जेसीबी मशीन सहित एक लोडर बरामद कर लिया गया। इसके बाद उक्त सभी वाहनों को खनिज टीम द्वारा जप्ती में लेते हुए उन्हें पुलिस के सुपुर्द किया गया। इस पूरी कार्रवाई में सबसे खास बात यह रही कि कलेक्टर द्वारा जप्त वाहनों की सुपुर्दगी रौन थाना पुलिस को न देते हुए अमायन थाना परिसर में खड़ा कराया गया तो लोडर और जेसीबी मशीन को देहात थाना में रखा गया है। इससे रौन थाना पुलिस की भूमिका संदेह के दायरे में आती दिख रही है। इसके साथ ही मामले में आगामी कार्रवाई के लिए खनिज टीम द्वारा कार्रवाई प्रस्तावित की गई।

नही थम रहा रेत का अवैध खनन:

उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जिले की एक भी रेत खदान का संचालन शासन स्तर पर टेण्डर लेकर नही हो रहा है। यहां टेण्डर प्रक्रिया पूरी न होने के चलते सभी खदानें बंद पड़ी है। इसके विपरीत लोकल स्तर पर सक्रिय रेत माफिया इस देरी का फायदा उठाने से नही चूक रहा है। बीते 6 महीनों में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा अमायन, लहार, भिण्ड व मेहगांव क्षेत्र की एक दर्जन से अधिक रेत खदानों पर छापामार कार्रवाई की जा चुकी है। जहां से बड़ी संख्या में डंफर, ट्रक, ट्रेक्टर-ट्रॉली सहित लोडर वाहनों को जप्त कर उन पर कार्रवाई की गई। लगातार कार्रवाई के बाद भी रेत माफिया आए दिन किसी रेत खदान से अवैध उत्खनन शुरु कर देता है।

कटघरे में थाना पुलिस की भूमिका:

इंदुर्खी रेत खदान पर कलेक्टर द्वारा छापामार कार्रवाई के बाद यहां अवैध रेत खनन के मामले का खुलासा होने से रौन थाना पुुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। चुनाव की आचार संहिता के बीच जगह जगह पुलिस की चैकिंग और गस्त के बावजूद भी रात के समय रेत से भरे ओवरलोड वाहनों का पुलिस की नजर से बच कर आसानी से निकल जाना बेहद ही आश्चर्य जनक दिखाई देता है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि रेत के इस काले कारोबार को पुलिस का पूरा संरक्षण मिला हुआ है, जिसके लिए बकायदा थाना पुलिस द्वारा वसूली करने वाले प्रायवेट युवकों को तैनात किया जाता है, जो वाहनों से पुलिस कार्रवाई का खौफ दिखाकर वसूली करते हैं।

वर्जन:
– रेत खदान के अवैध संचालन की सूचना मिलने पर छापामार कार्रवाई की गई। इंदुर्खी रेत खदान पर एक दर्जन के करीब वाहन अवैध खनन में लिप्त पाए जाने पर उन्हें जप्त किया गया है। रेत के अवैध उत्खनन के खिलाफ प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर

 

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