-सभा स्थल से लेकर हेलीपैड तक एसपीजी ने संभाला मोर्चा, किया मॉकड्रिल
भिण्ड। पिछले 35 सालों से बीजेपी का गढ़ बन चुकी भिण्ड-दतिया सीट पर कांग्रेस के प्रिंस राहुल गांधी अपनी पार्टी के प्रत्याशी फूलसिंह बरैया के लिए मतदाताओं से समर्थन मांगने भिंड आ रहे हैं। मंगलवार को भिंड के एमजेएस कॉलेज स्थित राजीव गांधी खेल मैदान में वे जनसभा लेंगे। पिछली बार के लोकसभा चुनाव में वे तत्कालीन प्रत्याशी देवाशीष जरारिया (वर्तमान बसपा प्रत्याशी) के लिए वोट मांगने आए थे। राहुल की अगवानी को लेकर कांग्रेसी पूरी दमखम से लगे हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार सुबह 11 बजे राहुल गांधी का चॉपर एसएएफ ग्राउंड पर उतरेगा। यहां से वे एसपीजी की सुरक्षा में एमजेएस कॉलेज स्थित राजीव गांधी खेल मैदान में बनाए गए सभा स्थल तक पहुंचकर प्रत्याशी फूलसिंह बरैया के समर्थन में सभा लेंगे। शहर अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने बताया कि चुनावी सभा को लेकर लोगों मेें खासी उत्सुकता है। सभा में ग्वालियर, मुरैना, दतिया और भिंड से भी लाखों की संख्या में कार्यकर्ता जुटेंगे।
वीआईपी रुट रहेगा नो व्हीकल जोन:
राहुल गांधी के आगमन को लेकर सुरक्षा इंतजामों के तहत शहर की ट्रेफिक व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। जिसके तहत 17 बटालियन एसएएफ ग्राउण्ड के गेट क्रमंाक 1 से लेकर इंदिरा गांधी चौराहा और इंदिरा चौराहा से एमजेएस ग्राउण्ड में सभा स्थल तक के रोड को पूरी तरह से नो व्हीकल जोन बनाया जाएगा। इस दौरान इस रास्ते से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजही पूरी तरह से बंद रहेगी। इसके अलावा सभा में आने वाली बस एवं अन्य वाहनों की पार्किंग व्यवस्था करते हुए ऊमरी, लहार, मेहगांव, गोहद, क्षेत्र की पार्किंग आईटीआई परिसर, फूप, अटेर से आने वाले वाहन एमजेएस कॉलेज के पीछे भवानी पुरा में की जाएगी। हेलीपैड पर सिर्फ वीआईपी पास वाहनों को जाने की अनुमति रहेगी।
बीजेपी का गढ़ है भिण्ड:
गौरतलब है कि भिण्ड-दतिया लोकसभा सीट पर बीते 35 सालों से भाजपा कब्जा जमाए हुए है। लगातार जीत के चलते संगठन व पार्टी द्वारा भिंड को सुरक्षित सीट के तौर पर गिना जाता है। जबकि इस सीट को जीतने के लिए कांग्रेस लंबे अरसे से प्रयास कर रही है। इस बार कांग्रेसी भाजपा विरोधी लहर होने का दावा करते हुए जीतने का दावा कर रहे हैं। वहीं भाजपा 1989 से इस लोस सीट पर मिल रही जीत के स्वाद को मोदी मैजिक के सहारे एक बार फिर से चखने का मन बनाए हुए है। कांग्रेस की ओर से इस सीट पर 1991 में पत्रकार उदयन शर्मा, 1996 में बैद्यनाथ कंपनी के संचालक विश्वनाथ शर्मा के अलावा 1998 में कांग्रेस के मंत्री रहे माधवराव सिंधिया के चहेते रहे बालेन्दु शुक्ल तक उम्मीदवार रहे हैं, लेकिन इन सभी को हार का सामना करना पड़ा। 1996 और 1998 में कांग्रेस तीसरे और बीएसपी दूसरे स्थान पर रही थी।
एसपीजी ने संभाला मोर्चा:
राहुल गांधी की चुनावी सभा के दो दिन पहले ही उनकी सुरक्षा में लगी एसपीजी के जवानों ने मुख्यालय पर डेरा डाल लिया है। जिनके द्वारा राहुल गांधी की सभा के लिए निश्चित स्थान और वहां बनाए जा रहे मंच सहित अन्य तैयारियों का जायजा लेते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम देखे हैं। इसके साथ ही सोमवार को एसपीजी टीम द्वारा एसएएफ ग्राउण्ड से लेकर एमजेएस मैदान में सभा स्थल तक के रास्ते पर कारकेड निकाल कर मॉकड्रिल किया गया। इसके साथ ही एसपीजी टीम ने जिला पुलिस कप्तान से मिलकर सभा स्थल से लेकर हैलीपेड तक के रास्ते पर सुरक्षा के लिए किए गए इंतजामों की जानकारी भी ली।
चुनाव में चौंकाने वाली घटनाऐं:
भिण्ड-दतिया लोकसभा सीट चुनावी परिणाम की अपेक्षा चुनावी उठापटक को लेकर ज्यादा चर्चाओं में रही है। एक बार तो यहां हुए घटनाक्रम की चर्चा देश भर में हुई थी। बात 2014 की है, जब कांग्रेस द्वारा यहां से पूर्व आईएएस डॉ भागीरथ प्रसाद को अपनी पार्टी से उम्मीदवार बनाया। टिकट की घोषित होने के 24 घण्टों में डॉ प्रसाद ने पाला बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया और उन्हें टिकट भी मिला, जिसके बाद डबरा से विधायक इमरती देवी को यहां से पार्टी को टिकट देना पड़ा था।