भिण्ड/मालनपुर। पसीना निचोड़ काम करने के बाद भी दोनों समय परिवार के साथ भरपेट भोजन नसीब नहीं होता है। श्रम विभाग के लिए सरकार को योजनाएं भी बनाना चाहिए और उनको अमल में भी लाना चाहिए। श्रम दिवस के अवसर पर अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। यह मांग सीटू के पदाधिकारियों ने मजदूर दिवस पर हुए आयोजन में की है।
सीटू पदाधिकारियों ने बताया कि अमेरिका के शिकागो शहर से 1 मई 1886 को मजदूरों की शहादत एवं लंबे संघर्ष के बाद काम के दाम, काम के घंटे, साप्ताहिक अवकाश, चिकित्सा सुविधाएं आदि मिलना शुरू हुई थीं। भारत में भी स्वाधीनता आंदोलन के दौरान अंग्रेजी सरकार से मजदूरों ने हक और अधिकार प्राप्त किए थे। वर्तमान में सरकारों ने अंतर राष्ट्रीय कंपनियों के आगे घुटने टेक दिए हैं। मजदूरों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। भारत में लाखों दिहाड़ी मजदूर काम ना मिलने के कारण प्रतिदिन परेशान होते हैं।
श्रम दिवस के अवसर पर मालनपुर में विकास ऐग़ीटेच फैक्ट्री और सदर बाजार में असंगठित मजदूरों ने श्रम दिवस मनाया। सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू जिला कमेटी भिण्ड के पदाधिकारी भी आयोजन में शामिल हुए। इस दौरान सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार शर्मा, श्रीलाल माहौर, लायक राम कुशवाह, रामौतार गौड़, सतीश शर्मा, चोखेलाल, वीरेन्द्र सिंह कुशवाह, नारायण शर्मा, विनोद सुमन, नरेंद्र सिंह सेंगर, प्रमोद पोद्दार, रामचंद्र सिंह भदौरिया, रामकेश केवट, डा नदीम खान, गुड्डू शेजवार, जनार्दन रेड्डी, रामकिशोर प्रताप सिंह नागर, नशीर खान आदि उपस्थित थे।