मिहोना। नगर क्षेत्र मिहोना के चतुर्वेदी मैरिज गार्डन में आयोजित की जा रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा में कथा वाचक गोविंद भैया ने चौथे दिन कहा कि पाप जब बढ़ता है तो भगवान का अवतार होता है। उनके अवतार से सब भक्तों का बेड़ा पार होकर धर्म की स्थापना होती है। इसीलिए भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं।
कथा में उन्होंने कहा माता पिता की सेवा सबसे बड़ा पुण्य होता है, वह संसार में प्रत्यक्ष देवता हैं। आप भजन न करे ,मंदिर न जाये ,कथा न सुने तो ठी है, लेकिन यदि अपने माता पिता की सेवा नही करते है तो यह सही नही हैं। मातापिता को कष्ट देने वाला जीवन में कभी सुखी नही रहता। श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई गई और इस अवसर पर बालकृष्ण के रुप में एक बालक को झूले में झुलाते हुए नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल भजन से पंडाल गूंज उठा।
कथा वाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव संपूर्ण चराचर पृथ्वी पर आनंद की वर्षा होने लगी, देव-गन्धर्व गान करने लगे और अप्सराएं नृत्य करने लगीं। देवता अपने विमानों में बैठ कर बालकृष्ण के जन्म पर पुष्प वर्षा की। श्रीमद् भागवत कथा में उपस्थित भक्तजन भी श्रीकृष्ण जन्म पर भजन सुनकर आत्ममुग्ध हो गए और झूमने लगे।