मिहोना। नगरीय क्षेत्र मिहोना के चतुर्वेदी गार्डन में आयोजित हो रही श्रीमद भागवत कथा के दौरान शुक्रवार को गोवर्धन कथा सुनाई गई। इस दौरान कथा के साथ मंच पर इस कथा का मंचन किया गया, जिसे सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए।
कथा वाचक गोविंद भैया के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला का वर्णन किया। उन्होने कहा कि भक्ति जीव के हृदयान्धकार को नष्ट कर ज्ञान का विकास करती है। जिस ज्ञान के माध्यम से जीव पूर्ण ब्रम्हा श्रीकृष्ण से साक्षात्कार करता है मथुरा लीला प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि परमात्मा श्रीकृष्ण ने अपनी मथुरा लीला ने में अज्ञान रूपी कंस का उद्धार कर ज्ञान का सम्बर्धन किया।
यहां तक कि साक्षात बृहस्पति के शिष्य उद्धव जी के ज्ञान को प्रभु ने गोपियों के द्वारा भक्त्ति का चादर उड़ाकर परिपूर्ण किया। स्वयं परमात्मा श्रीकृष्ण ने अपनी मथुरा लीला में ही गुरू सान्दीपनि के सान्निध्य में चौसठ दिनों तक रहकर ज्ञान प्राप्त किया। प्रभु की मथुरा लीला श्रवण करने मात्र से भक्त के हृदय में ज्ञान का उदय होता है। इस दौरान कथा स्थल पर भक्तिभाव से गोवर्धन पूजा की गई एवं संगीतमय गीत के साथ इसका मंचन भी हुआ। जिसे देख कर उपस्थित श्रोता भाव विभोर हुए।
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