-एसडीएम और थानेदार के सहारे बीजेपी नेताओं ने पोलिंग पर कराया फर्जी मतदान
-कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला पर संविधान की कसम तोडऩे का आरोप
भिण्ड। लोकसभा चुनाव के दौरान जिला प्रशासन ने पूरी तरह से भाजपा के दबाव में काम किया है। थाना प्रभारी से लेकर एसडीएम स्तर के अधिकारियों ने पोलिंग बूथों पर जाकर कांग्रेस एजेण्टों को डरा-धमका कर मतदान प्रभावित किया। वोटिंग प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशी फूलसिंह बरैया ने जिला प्रशासन को घेरा और निर्वाचन आयोग से 77 पोलिंग बूथों पर रीपोल की मांग रखी।
कांग्रेस के लोकसभा कार्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मेहगांव से विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला ने निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए पुलिस और प्रशासन का सहारा लिया। श्री बरैया ने मेहगांव थाना प्रभारी आशुतोष शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र के पोलिंग बूथों पर बैठे कांग्रेस एजेंटों को चुनाव प्रभावित करने के लिए फर्जी प्रकरण दर्ज करने का दबाब बनाते हुए भगा दिया और फर्जी मतदान किया। उन्होने कहा कि इसी प्रकार से रावतपुरा थाना प्रभारी कमलकांत दुबे ने भी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मतदान की प्रक्रिया को प्रभावित किया है।
बरैया ने मेहगांव एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने बीजेपी के एजेंट के रुप में काम करते हुए फर्जी मतदान कराया है।, जो सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है। फर्जी तरीके से की गई वोटिंग के खिलाफ कांग्रेस ने आवाज उठाते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर प्रेक्षकों तक से मामले में दखल देने की मांग उठाई है। कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव में डेढ़ लाख से जीत का दावा करते हुए फर्जी मतदान से 75 हजार वोट प्रभावित होने की बात कही।
इस दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भी लहार भाजपा विधायक अंबरीश शर्मा पर मतदान केन्द्रों में घुस कर बूथ कैप्चरिंग करने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि लहार, आलमपुर और दबोह में थाना प्रभारियों ने वोटिंग प्रक्रिया प्रभावित किया है, जिसकी शिकायत जिला पुलिस कप्तान से भी की गई, लेकिन थाना प्रभारियों ने एसपी की नही सुनी। इसे लहार की जनता बर्दास्त नही करेगी और लोकतांत्रित रुप से आंदोलन करेगी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री राकेश सिंह चतुर्वेदी, शहर अध्यक्ष डॉ राधेश्याम शर्मा, उपाध्यक्ष रामहर्ष सिंह कुशवाह, रेखा भदौरिया सहित काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
77 रीपोल कराए जाने की मांग:
कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशी फूलसिंह बरैया ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान प्रशासन का सत्ता के दबाब में काम करना सीधे तौर पर लोकतंत्र में चुनाव की प्रक्रिया को प्रभावित किया गया है। यह लोकतंत्र की हत्या है। जिले की पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस एजेंटों को दबाब में लेकर फर्जी मतदान किया गया है। उन्होने बताया कि ऐसे 77 पोलिंग बूथ जिनमें रमपुरा, बहुआ, डोंडरी, मेंहदोली, बरहद, गिजुर्रा, सोनी सहित कई केन्द्र शामिल हैं उन्हें कांग्रेस द्वारा चिन्हित किया है,, जहां प्रशासन और पुलिस ने दबाब बना कर फर्जी मतदान किया है। इस संबंध में कांग्रेस द्वारा पूरी जानकारी निर्वाचन प्रेक्षक से लेकर निर्वाचन आयोग तक से करते हुए रीपोल की मांग रखी है।
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा राज:
मतदान के रोज पोलिंब बूथों पर फर्जी मतदान को लेकर फूलसिंह ने कहा कि इसका सबसे बड़ा सुबूत तो प्रशासन के पास में ही है। जो केन्द्रों पर वेबकास्टिंग के लिए लगाए गए सीसीटीवी की फुटेज में कैद हुए हैं। फर्जी मतदान की प्रक्रिया पर जंाच करते हुए निर्वाचन आयोग को इन फुटेज की जांच करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।