-शहीद अनूप शर्मा की 14वीं पुण्यतिथि पर संगोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा आयोजित
भिण्ड। शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद अनूप कुमार शर्मा के 14वें बलिदान दिवस पर जनसेवा समिति के तत्वाधान में शहर में आईटीआई कॉलेज के निकट स्थित समीर नगर में संगोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इससे पहले फूप के पास स्थित शहीद के गृह गांव बड़ेरी पहुंचकर शहीद की समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी के दौरान शहीद के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के उपरांत समिति अध्यक्ष डॉ. परमाल सिंह कुशवाह ने बताया कि 7 मई 2010 को जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के ग्राम रफियाबाद सेक्टर में आतंकियों ने एक घर में घुसकर घर वालों को बंधक बना लिया। उनको आतंकियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए ऑपरेशन रक्षक चलाया गया। ऑपरेशन रक्षक में चंबल के लाडले सपूत बड़ेरी निवासी रामशंकर शर्मा तथा राजेन्द्री देवी के पुत्र अनूप कुमार शर्मा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए चार आतंकियों को मार गिराया और घरवालों को मुक्त करा लिया, लेकिन इस मुठभेड़ में वह भारत माता की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर शहीद हो गए। उनका अंतिम संस्कार 10 मई को फूप के निकट स्थित उनके गृह ग्राम बड़ेरी में किया गया।
भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा शहीद अनूप को उनके शीर्ष प्रदर्शन के लिए उन्हें मरणोपरांत शौर्यचक्र से सम्मानित किया गया। समिति के निर्णय अनुसार शहीद अनूप शर्मा के पिता रामशंकर शर्मा की मौजूदगी में समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मप्र जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ शिव प्रताप सिंह भदौरिया एवं शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक एक भिण्ड के राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ धीरज सिंह गुर्जर को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार दर्शनलाल गौड़, दीपेन्द्र बौहरे ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए काव्यांजलि दी। अंत में आभार प्रदर्शन शहीद अनूप शर्मा जनसेवा समिति के उपाध्यक्ष वरुणसिंह भदौरिया द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अंबरीश सिंह कुशवाह, सारिका कुशवाह, अभिनव सिंह, शिविका सहित कई अनेक लोग उपस्थित रहे।