-अधिकतम पारा 43 डिग्री पर ठिटका, लू का प्रकोप जारी आमजन को हो रही परेशानी
भिण्ड। जून का पहला सप्ताह समाप्त हो चुका है लेकिन गर्मी अभी भी पूरे चरम पर चल रही है। गर्मी का आलम ये है कि सुबह से ही हवा गर्म हो जाती है इसलिए दिनभर आमजन को लू के थपेड़े सहन करना पड़ रहे हैं। गर्मी अब लोगों के स्वास्थ्य पर भी हावी होती जा रही है। जिसके कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है। ऐसे में चिकित्सकों की राय है कि गर्मी में शरीर में पानी की कमी नहीं हो इसलिए रुक रुक कर पानी पीते रहना चाहिए। इसी विकराल घड़ी में बिजली भी लगातार झटके मार रही है।
नौतपा को खत्म हुए पूरे सात दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक प्री मानसून बारिश देखने को नहीं मिल सकी है। अधिकतम तापमान अभी भी 43 डिग्री पर आकर ठिटका हुआ है। हालांकि रात के समय हवा अगर चलती है तो उससे जरूर थोड़ा सा सुकून मिल जाता है। सुबह सूर्यदेव के प्रकट होते ही तापमान बढऩा शुरु हो जाता है और देखते ही देखते तापमान की गति भी बढऩे लगती है। धूप की तपिश इतनी तेज है कि हर शख्स सीधे धूप में आने से बचना चाहता है। ऐहतियातन लोगों के द्वारा रंगीन चश्में और सिर पर कपड़ा ढंका जा रहा है।
दोपहर के समय शहर के प्रमुख बाजार सूने नजर आ रहे हैं। जिसके कारण व्यापारी दोपहर के समय हाथ पर हाथ रखे हुए बैठे रहते हैं। व्यापारियों का कहना है कि इस समय सहालग भी नहीं है और धूप भी अधिक तेज है। जिसके कारण ग्राहकी केवल सुबह और शाम के समय तक ही सीमित हो गई है। वहीं आपको बता दें कि इस समय लू भी काफी चल रही है और आमजन के स्वास्थ्य पर इसका विपरीत असर भी दिखाई दे रहा है।
जिला अस्पताल में इन दिनों पेट दर्द, घबराहट, बेचेनी, उल्टी, दस्त से संबंधित बीमार मरीज पहुंच रहे हैं। जिसकी वजह से मेडिकल वार्ड फुल चल रहे हैं और अधिक मरीज होने से पलंग भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में मरीजों को जमीन पर लेटकर उपचार कराना पड़ रहा है। अगर इस सप्ताह में भी प्री मानसून बारिश नहीं होती है तो इस साल लू अधिक दिन तक चलती रह सकती है।
कोल्ड ड्रिंक्स की दुकानों पर भीड़
गर्मी का असर बढ़ते ही कोल्ड ड्रिंक्स और जूस सेंटर पर ग्राहकों की भीड़ दिखाई देने लगी है। दोपहर के समय प्यास से व्याकुल लोग पीने के लिए पानी की तलाश करते हुए भी बाजार में देखे गए हैं। वहीं आपको बता दें कि गर्मी का असर बढऩे के बाद भी अब तक सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि सामाजिक संगठनों के द्वारा पंक्षियों के द्वारा वृक्षों पर जगह जगह सकोरे टांगे गए हैं। बाजार में इस समय गन्ने का और बेल के रस की खूब बिक्री हो रही है। भले ही गर्मी चरम पर है लेकिन आमजन के द्वारा फिर भी मटके का पानी पीने से इस समय मटके की बिक्री भी जोरों पर चल रही है।
ये सावधानियां हैं जरूरी
-घर से बाहर निकलते समय पेट खाली नहीं होना चाहिए।
-अधिक से अधिक पानी और पेय पदार्थों का सेवन करते रहना चाहिए।
-तेज धूप में सीधे आने से बचें और सिर पर सूती कपड़ा ढ़ंककर बाहर निकलें।
-ताजे खाद्य पदार्थों का सेवन करें तथा गरिष्ठ भोजन से बचें।
-नीबू पानी, कच्चे आम का पना, जलजीरा, रसभरे फल खाने से आराम मिलता है।
-ताजा दही, छाछ, ठंडाई, शिकंजी से भी स्वास्थ्य लाभ होता है।