भिण्ड। फूप कस्बे के फोकटी माता मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचक के द्वारा मां की महिमा के बारे में बखान किया गया। उन्होंने बताया कि जब भी देवासुर संग्राम हुआ तब मां भवानी ने दुष्टों का संहार किया और धर्म की पताका तीनों लोकों में फहराई।
ज्ञात हो कि फोकटी माता मंदिर पर संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा और शिव महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को सुबह के समय सबसे पहले शिव महापुराण का विधिवत पूजन किया गया। जिसके बाद मंगल कामना से हवन का आयोजन किया गया। हवन संपन्न होने के बाद कथा वाचक पंडित प्रशांत महाराज के द्वारा 11 बजे से कथा आरंभ की गई।
उन्होंने कहा कि मां की महिमा और वात्सल्य अद्वितीय है। मां देखने में और व्यवहार में कोमल होती हैं लेकिन जब बात धर्म और न्याय पर आती है तो मां कठोर रूप में भी प्रदर्शित हो जाती हैं। जब शुंभ निशुंभ नामक राक्षस इन्द्र सहित अन्य देवताओं को युद्ध करके परेशान कर रहे थे। तब मां ने ही उनसे युद्ध किया और इन्द्र तथा अन्य देवताओं को उस समस्या से निजात दिलाई थी।
कथा के बीच बीच में संगीतय भजनों को भी गाया जा रहा था। कथा संपन्न होने के बाद भागवत भगवान की आरती की गई। इसके बाद उपस्थित भक्तजनों को प्रसादी का वितरण किया गया। बताया गया है कि आगामी 27 और 28 जून को कथा स्थल पर भव्य दरबार सजाया जाऐगा। कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालूजन वहां पर पहुंच रहे हैं।