प्रदेश में गुजरात के पैटर्न पर स्थापित होगी नई चेकपोस्ट व्यवस्था

-वीसी के जरिये मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

-सीएम ने कहा शिकायतों पर होगी सख्ती से कार्रवाई

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि परिवहन क्षेत्र में मध्यप्रदेश में कुछ बदलाव किए गए हैं। चेक पोस्ट संबंधी नई व्यवस्था लागू की जा रही है। प्रदेश में चेक पोस्ट संबंधी यह नई व्यवस्था गुजरात पैटर्न पर लागू होने जा रही है। एक जुलाई से परिवहन चेकपोस्ट जो अन्य प्रांतों की सीमा पर वाहनों के आवागमन के संबंध में भूमिका अदा करती हैं, वहां संबंधित प्रशासन के साथ तालमेल कर वर्तमान में हो रही अव्यवस्थाओं को दूर करने और पारदर्शी व्यवस्था लागू करने का कदम उठाया गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह निर्देश रविवार को भोपाल में मुख्यमंत्री निवासी स्थित समत्व भवन से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से दिए। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को परिवहन विभाग की नई व्यवस्था लागू करने के संबंध में विस्तार से बताए। नई व्यवस्था से भारी वाहनों के संचालकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। शिकायतों को दूर कर साफ सुथरे ढंग से परिवहन विभाग के मूल कार्य को बेहतर ढंग से संचालित करने के प्रबंध किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सुशासन के लिए जाना जाता है। परिवहन व्यवस्था के संबंध में शिकायतें प्राप्त होने पर राज्य शासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये अधिकारी रहे मौजूद

भोपाल में वीडियो कांफ्रेंस कक्ष में मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव परिवहन एस. एन. मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला, राघवेंद्र कुमार सिंह, प्रमुख सचिव जनसम्पर्क एवं विमानन संदीप यादव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ग्वालियर कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंस कक्ष में संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, वन मण्डलाधिकारी अंकित पाण्डेय एवं अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

 

पुलिस और प्रशासन करे जरूरी सहयोग

मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से कहा कि परिवहन विभाग को नई व्यवस्था लागू करने में आवश्यक सहयोग प्रदान करें। प्रदेश में अब सीमावर्ती जिलों में नई व्यवस्था के तहत उडऩ दस्ते कार्य करेंगे। बाहरी वाहनों के संचालकों को कोई समस्या नहीं आएगी। नई पारदर्शी व्यवस्था सभी के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि परिवहन विभाग द्वारा महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के ड्राइविंग लाइसेंस तैयार करने के लिए शिविर लगाए जाएं। यात्री बसों के संचालन में निर्धारित स्थान से बस चलाने के नियम का पालन किया जाए। समय सारणी का पालन किया जाए। स्कूल की बसों की चेकिंग भी की जाए। ग्रामीण परिवहन सेवा को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाए।

 

ये है गुजरात पैटर्न की विशेषताएं और ऐसे होगी प्रदेश में शुरुआत

-परिवहन विभाग के राजस्व संग्रहण में वृद्धि और व्यवस्थित कार्य प्रणाली लागू करने की पहल करते हुए प्रदेश में आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।

-शिकायतों को समाप्त किया जा सकेगा। वाहन चालकों और संचालकों की दिक्कतेें दूर होंगी। प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत अहम निर्णय किया गया है।

-परिवहन क्षेत्र में चेक पोस्ट के स्थान पर चेक पॉइंट रहेंगे। अन्य राज्यों से लगे जिलों में मोबाइल उडऩदस्ते कार्य करेंगे। कुल 45 चेक पॉइंट रहेंगे।

-प्रदेश में 211 होमगार्ड के लिए आवश्यक व्यवस्था हुई है जो सेवाएं देंगे। होमगार्ड को नई परिवहन व्यवस्था के अंतर्गत आवंटित जिलों में पदस्थ किया गया है।

-प्रदेश में गुजरात राज्य में लागू पैटर्न के अनुसार कार्य किया जाएगा।

-परिवहन नाकों के स्थान पर मोबाइल टीम कार्य करेगी। चेक पॉइंट पर पदस्थ अमला समयावधि में बदलेगा।

-प्रदेश के 26 जिलों में विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ऐसे जिले चयनित किए गए हैं जो सीमावर्ती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!