पॉली हाउस एवं शैडनेट से किसान बढ़ा सकते हैं अपनी आमदनी

 

-सरकारी अनुदान से शैड लगाने के बाद उद्यानिकी फसलें देती हैं अधिक उत्पादन

ग्वालियर। खरीफ व रबी की फसलों के साथ किसान उद्यानिकी अपनाकर आमदनी बढ़ा सकते हैं। उद्यानिकी फसलों का अधिक उत्पादन देने में कारगर पॉली हाउस व शैडनेट स्थापित करने के लिए सरकार अनुदान देती है। पॉली हाउस व शैडनेट में गैर मौसमी हाई वैल्यू क्रॉप (अधिक कीमत देने वाली नगदी फसलें) एवं ऑफ सीजन वाली उद्यानिकी फसलों का उत्पादन किया जाता है। पॉली हाउस व शेडनेट लगाने के इच्छुक ग्वालियर जिले के किसान मेला रोड स्थित सहायक संचालक उद्यानिकी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

ये हैं पॉली हाउस की विशेषताएं……..

-पॉली हाउस के भीतर उद्यानिकी फसलें लेने से गुणवत्तायुक्त उत्पादन प्राप्त होता है।
-कीट एवं रोग का प्रकोप अत्यधिक कम होता है।
-प्राकृतिक जोखिम की संभावना भी न के बराबर रहती है।
-शैड के भीतर पौधे स्वस्थ रहते हैं, जिससे उत्पादन भी अधिक होता है।
-पॉली हाउस स्थापित करने में 844 रुपए प्रति वर्ग मीटर लागत आती है।
-422 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से सरकार अनुदान देती है।

ये हैं शैडनेट की विशेषताएं…….

-ऑफ सीजन में उद्यानिकी फसल का उत्पादन प्राप्त करने के लिए शैडनेट हाउस कारगर पद्धति है।
-इस पद्धति से भी गुणवत्तायुक्त उत्पादन मिलता है।
-कीट एवं रोग का प्रकोप और प्राकृतिक जोखिम कम रहता है।
-शेडनेट हाउस स्थापित करने में 710 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से खर्चा आता है।
-इसके लिए सरकार 355 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर से अनुदान देती है।

इनका कहना है……
-उद्यानिकी फसलों के माध्यम से किसान अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं। शैडनेट और पॉलीहाउस के माध्यम से उत्पादन अधिक सुरक्षित और कारगर होता है। पॉली हाउस और शैडनेट स्थापित करने के लिए सरकार प्रति वर्गमीटर अनुदान देती है।
एमपीएस बुंदेला, सहायक संचालक-उद्यानिकी

 

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