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यात्रा ओलंपिक की (किश्त-16)
-17 सप्ताह 17 किश्त
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अलग-अलग खेलों में प्रतिस्पर्धा
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ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों में प्रतिनिधित्व
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ओलंपिक खेलों के बाहर भी महान उपलब्धियाँ
दुनिया की आबादी का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही कभी ओलंपिक खेलों में भाग ले पाता है; एक से अधिक खेलों में भाग लेने वाले तो और भी कम होते हैं। ओलंपिक इतिहास में डेनमार्क के विग्गो जेनसेन, जर्मनी के कार्ल शुहमैन और ब्रिटेन के लॉन्सेस्टन इलियट ही केवल ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने चार अलग-अलग खेलों में हिस्सा लिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका की शीला टाओरमिना एकमात्र महिला हैं जिन्होंने तीन अलग-अलग खेलों में प्रतिस्पर्धा की है।जर्मन मूल के अमेरिकी फ्रैंक कुग्लर एकमात्र ऐसे प्रतियोगी हैं जिन्होंने एक ही ओलंपिक में तीन अलग-अलग खेलों में पदक जीते हैं। 1904 के सेंट लुइस ओलंपिक में उन्होंने कुल चार ओलंपिक पदक जीते, फ्रीस्टाइल कुश्ती में रजत, भारोत्तोलन में 2 कांस्य और रस्साकशी (टग-ऑफ-वार) में कांस्य पदक।अमेरिकी एथलीट शीला क्रिस्टीन ताओरमिना ने 1996, 2000, 2004 व 2008 के चार ओलंपिक खेलों में भाग लिया, वे तीन अलग-अलग खेलों (तैराकी, ट्रायथलॉन और आधुनिक पेंटाथलॉन) में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली एकमात्र महिला हैं।
अब तक केवल दो महिलाओं ने ग्रीष्मकालीन खेलों में दो अलग-अलग खेलों में पदक जीते हैं, पूर्वी जर्मनी की रोस्विता क्राउसे ने तैराकी और हैंडबॉल में तथा ब्रिटेन की रेबेका रोमेरो ने रोइंग और साइकिलिंग में। स्वीडिश सेना के एक अधिकारी लार्स डेनियल नोरलिंग, जिमनास्ट और घुड़सवार थे उन्होंने 1908, 1912 और 1920 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में भाग लिया था। वे 1908 में जिमनास्टिक पुरुष टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वीडिश टीम के सदस्य थे। 1912 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में उन्होंने स्वीडिश जिमनास्टिक टीम के सदस्य के रूप में स्वीडिश सिस्टम स्पर्धा में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। 1920 के एंटवर्प में आयोजित ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में, वे स्वीडिश इक्वेस्टिरीयन (घुड़सवारी कूद) टीम के सदस्य थे, जिसने शो जंपिंग इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।अमेरिकी ट्रैक और फील्ड एथलीट और रग्बी यूनियन खिलाड़ी, मोरीस मार्शल किर्कसी ने 1920 के एंटवर्प ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में दो स्वर्ण पदक जीते थे। वे उन चुनिंदा एथलीटों में से एक हैं जिन्होंने दो अलग-अलग ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने 4 गुणा 100 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीता, वे 8-0 से फ्रांस को हरा कर रग्बी का स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिकी टीम के सदस्य भी थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने 100 मीटर फर्राटा दौड़ में भी रजत पदक अपने नाम किया था।
कई लोगों के लिए, ओलंपिक खेलों में भाग लेना एक एथलीट के करियर का सर्वाेच्च लक्ष्य होता है। कई ओलंपिक खेलों में भाग लेना तो और भी गौरव की बात मानी जाती है। लेकिन एक ही एथलीट ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों में भाग ले तो यह उस असाधारण एथलीट के असीम ओलंपिक जुनून और विलक्षण बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन होता है। आधुनिक ओलंपिक खेलों के इतिहास में सिर्फ 128 एथलीट ही ऐसे रहे हैं जिन्होंने ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों में भाग लिया है। इन 128 एथलीटों में से सिर्फ पाँच को ही दोनों प्रतियोगिताओं में पदक जीतने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अमेरिकी एडी ईगन एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने 1920 के एंटवर्प खेलों में लाइट-हैवीवेट बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था और 1932 के लेक प्लेसिड खेलों में टीम बॉबस्लेय स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन ओलंपिक पदक विजेताओं और सभी ओलंपियनों में से एक विशिष्ट स्थान रखने वाली पूर्वी जर्मनी की क्रिस्टा लुडिंग-रोथेनबर्गर पहली और एकमात्र एथलीट हैं जिन्होंने एक ही वर्ष 1988 में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक खेलों में पदक जीता है। कैलगरी में उन्होंने स्पीड स्केटिंग में स्वर्ण पदक और सियोल में ट्रैक साइकिलिंग में रजत पदक जीता। यह उपलब्धि अब संभव नहीं है क्योंकि शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन ओलंपिक वर्षों में अब अंतर होता है।
साराजेवो 1984 में, जर्मन खिलाड़ी ने महिलाओं की 500 मीटर स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपना पहला ओलंपिक पदक हासिल किया। चार साल पहले, लुडिंग-रोथेनबर्गर को उनके कोच ने ऑफ-सीजन के दौरान साइकिलिंग अपनाने के लिए राजी कर लिया था। उन्होंने इस खेल में इतनी महारत हासिल कर ली कि 1986 में उन्होंने विश्व साइकिलिंग चैम्पियनशिप में ट्रैक साइकिलिंग में स्वर्ण पदक जीता। लेकिन उनकी असली जीत 1988 में आयी, जब उन्होंने कैलगरी शीतकालीन ओलंपिक में 1000 मीटर में स्वर्ण और 500 मीटर स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिताओं में रजत पदक जीतने के बाद, सियोल ओलंपिक में ट्रैक साइकिलिंग स्प्रिंट प्रतियोगिता में रजत पदक जीता, इस प्रकार वे एक ही वर्ष में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली ओलंपियन बनीं।नॉर्वे के जैकब टुल्लिन थम्स 1920 के दशक के सर्वश्रेष्ठ स्की जंपर्स में से एक थे, उन्होंने 1924 में चेमोनिक्स में हुए पहले शीतकालीन ओलंपिक खेलों में, व्यक्तिगत लार्ज हिल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और इतिहास में पहले ओलंपिक स्की जंपिंग स्वर्ण पदक विजेता बने।
एक दशक से अधिक समय बाद बर्लिन 1936 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में, थम्स ने नॉर्वे की 8 मीटर की नौकायन टीम के सदस्य के रूप में, रजत पदक जीता।कनाडाई क्लारा ह्यूजेस की कहानी ओलंपिक मूल्यों की एक सीख है। 1988 के कैलगरी शीतकालीन ओलंपिक में साथी कनाडाई गेटान बाउचर को स्पीड स्केटिंग प्रतियोगिता में देखने के बाद ह्यूजेस ने स्पीड स्केटिंग शुरू करने का फैसला किया, लेकिन बाद में एक साइकिलिंग कोच द्वारा देखे जाने के बाद, वह प्रतिस्पर्धी ट्रैक और रोड साइकिलिंग में चली गईं। यह एक स्मार्ट कदम साबित हुआ, ह्यूजेस ने 1996 के अटलांटा ओलंपिक में रोड रेस और टाइम ट्रायल प्रतियोगिताओं में दो कांस्य पदक जीते।
सिडनी 2000 ओलंपिक में वे पदक जीतने में असफल रहीं तथा इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, ह्यूजेस स्पीड स्केटिंग के खेल में वापस आईं और सिर्फ 17 महीने बाद उन्हांेने 2002 के साल्ट लेक सिटी शीतकालीन ओलंपिक में 5000 मीटर में कांस्य पदक जीतकर सबको चौंका दिया। उनकी शानदार यात्रा ट्यूरिन 2006 में जारी रही, जहां उन्होंने 5000 मीटर में स्वर्ण और टीम पर्स्यूट में रजत पदक जीता। 5000 मीटर में एक और कांस्य पदक के साथ वैंकूवर 2010 में उनका शीतकालीन ओलंपिक करियर समाप्त हुआ। ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन खेलों में छह ओलंपिक पोडियम के साथ, ह्यूजेस इतिहास की एकमात्र ऐसी एथलीट हैं जिन्होंने दोनों प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं। उनकी यह उपलब्धि वास्तव में महान है।
लॉरिन विलियम्स अदम्य ओलंपिक भावना से प्रेरित एक अन्य एथलीट हैं, 2000 के दशक में, वे एक शीर्ष धावक थीं, जो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेरियन जोन्स (यूएसए) और मजबूत जमैकाई स्प्रिंटरों के साथ प्रतिस्पर्धा करती थीं। उन्होंने एथेंस 2004 में 100 मीटर में रजत पदक और लंदन 2012 में 4 गुणा 100 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीता। दो ओलंपिक खेलों के बीच, अमेरिकी धावक ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक और एक रजत पदक जीता और बीजिंग 2008 ओलंपिक में भाग लिया। विलियम्स के ट्रैक छोड़ने के बाद भी, उनकी ओलंपिक जीतने की इच्छा कभी खत्म नहीं हुई, और सोची 2014 से ठीक छह महीने पहले, उन्होंने खुद को अमेरिकी महिला बॉबस्लेय टीम में ब्रेकमैन के रूप में अपने स्प्रिंट कौशल का उपयोग करते हुए पाया। वे रूस में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने से सिर्फ एक सेकंड के दसवें भाग से चूक गईं और रजत पदक जीत कर, शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन दोनों ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला एथलीट बनीं।एडी अल्वारेज़ की कहानी सिर्फ अद्भुत खेल प्रतिभा ही नहीं बल्कि जुझारूपन और वापसी की भी कहानी है, जो उस वक्त सामने आई जब उनके खेल के सपने टूटते नजर आ रहे थे। एक स्केटिंग चमत्कार के रूप में मियामी से उभरने के बाद, अल्वारेज़ की तरक्की को घुटने की पुरानी समस्याओं ने रोक दिया, जिसके चलते आखिरकार उन्हें दोनों घुटनों का ऑपरेशन करना पड़ा और एक समय उन्हें खेल छोड़ने का विचार तक आ गया। लेकिन अपनी इच्छाशक्ति को और मजबूत बनाते हुए, अल्वारेज़ ने सोची 2014 के लिए अमेरिकी टीम में जगह बनाई, जहां उन्होंने 5,000 मीटर रिले फाइनल में टीम को रजत पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
अपनी पहली महत्वाकांक्षा को पूरा करने के बाद, अल्वारेज़ ने मेजर लीग बेसबॉल में चुने जाने के लिए अपना ध्यान केंद्रित करते हुए एक और महत्वाकांक्षा को पूरा करने का प्रयास किया। अपने पहले ओलंपिक अनुभव के तुरंत बाद, उन्होंने शिकागो व्हाइट सॉक्स के साथ अनुबंध किया और एक इनफील्डर के रूप में अपने ‘दूसरे करियर’ की शुरुआत की। अल्वारेज़ को टोक्यो 2020 के लिए अमेरिकी पुरुष राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए बुलाया गया था और उन्हें महान बास्केटबॉल खिलाड़ी स्यू बर्ड के साथ उद्घाटन समारोह के ध्वजवाहक के रूप में भी चुना गया। स्वर्ण पदक के खेल में मेजबान जापान से हारने के बाद अमेरिका को रजत पदक मिला और अल्वारेज़ खेलों के सबसे विशिष्ट क्लबों में से एक के नवीनतम सदस्य बन गए।कुछ ओलंपिक विजेताओं ने ओलंपिक खेलों के बाहर भी महान उपलब्धियाँ हासिल की और बहुत नाम कमाया। महान मुक्केबाज मुहम्मद अली ने विश्व हेवीवेट बॉक्सिंग खिताब जीतने से पहले 1960 के रोम ओलंपिक में लाइट हेवीवेट केटेगरी में बॉक्सिंग का स्वर्ण पदक जीता था।चेकोस्लोवाकिया के जारस्लोव ड्रॉब्नी ने 1948 के संट मॉरिज़ शीतकालीन ओलंपिक में अपने देश के लिए आइस हॉकी का रजत पदक जीता था। वे 1947 में आइस हॉकी की विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली चेक टीम के सदस्य भी थे। उन्होंने बाद में 1954 में टेनिस के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट, विम्बलडन के पुरूष एकल का खिताब जीत कर, एक सफल टेनिस खिलाड़ी के रूप में भी शोहरत हासिल की। इसके अतिरिक्त उन्होंने 1951 व 1952 में दो बार फ्रेंच ओपन का पुरूष एकल खिताब भी अपने नाम किया था। यही नहीं वे 1948 में फ्रेंच ओपन में पुरूष व मिश्रित युगल खिताब विजेता भी रहे थे।जॉन विलियम हेनरी टायलर डगलस ने 1908 के लंदन ओलंपिक खेलों में बॉक्सिंग की मिडिलवेट केटेगरी में ब्रिटेन के लिए स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने बाद में इंग्लैंड के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 23 टेस्ट मैच खेले और टीम के कप्तान भी रहे।
जॉनी वाइसमुलर 30 और 40 के दशक में बारह फिल्मों में टार्ज़न की भूमिका निभाने के लिए प्रसिद्ध थे। हॉलीवुड अभिनेता बनने से पहले, उन्होंने 1924 के पेरिस और 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक में अमेरिका का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने दो अलग-अलग खेलों में कुल छह पदक जीते। उन्होंने ओलंपिक्स में पांच स्वर्ण पदक जीतने के साथ-साथ विश्व रिकॉर्ड भी बनाए। उन्होंने 1924 के पेरिस और 1928 के एम्स्टर्डम ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में 100 मीटर फ्रीस्टाइल और 4 × 200 मीटर रिले टीम स्पर्धा जीती। वाइसमुलर ने पेरिस में 400 मीटर फ्रीस्टाइल में भी स्वर्ण पदक जीता, साथ ही वाटर पोलो प्रतियोगिता में कांस्य पदक भी हासिल किया।
ग्रेट ब्रिटेन के फिलिप नोएल-बेकर, एकमात्र ऐसे ओलंपियन हैं जिन्हें नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने 1920 के एंटवर्प खेलों में 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता था। उन्हें बहुपक्षीय परमाणु निरस्त्रीकरण के समर्थन के लिए 1959 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे 36 वर्षों तक ब्रिटेन की संसद के सदस्य भी रहे।
लेखक परिचय
नाम: डॉ. शालीन शर्मा
संप्रति: खेल पत्रकारिता के साथ करियर की शुरुआत करने के बाद शासकीय सेवा में गए। वर्तमान में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। इसके साथ ही शौकिया तौर पर द ग्रिप न्यूज के लिए खेलों से संबंधित आलेख लिख रहे हैं।