Medal Hopes for India at Paris : पेरिस ओलंपिक में भारत की उम्मीदें

  • यात्रा ओलंपिक की (किश्त-17)

    -17 सप्ताह 17 किश्त

नीरज चोपड़ा, निकहत ज़रीन, मनु भाकर और विनेश फोगाट पर नजर

शूटिंग, बैडमिंटन, मुक्केबाजी व कुश्ती में एक से अधिक पदकों की आशा

तीरंदाजी, एथलेटिक्स, गोल्फ और टेबल टेनिस से चौंकाने वाले परिणामों की उम्मीद

विश्व के सबसे बडे खेल आयोजन, ओलंपिक की शुरुआत में बस दो दिन का समय शेष है। हालांकि 26 तारीख के भव्य शुभारंभ से पहले ही कुछ स्पर्धायें शुरू हो जायेंगी, जैसे फुटबॉल और रग्बी के ग्रुप मैच आज से ही खेले जायेंगे। कल हैंडबॉल व तीरंदाजी के मुकाबले भी शुरू होंगे।

भारत का पेरिस 2024 ओलंपिक कार्यक्रम 25 जुलाई से शुरू होगा और अगले 16 दिनों में, देश के 117 एथलीट 16 खेलों में 69 पदक स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे। भारतीय दल में एथलेटिक्स टीम सबसे बड़ी होगी, जिसमें 29 सदस्य शामिल हैं। नीरज चोपड़ा और उनके साथी फ्रांस में 16 विभिन्न पदक स्पर्धाओं में भाग लेंगे। हाल के एशियाई खेलों में भारत ने एथलेटिक्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था, जिसे देखते हुए ओलंपिक में भी एथलेटिक्स में पदक की उम्मीदें बढ़ी हैं। पेरिस में भारत की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिबद्धता 21 सदस्यों वाली निशानेबाजी टीम होगी। यह अब तक किसी भी खेलों में भेजा गया भारत का सबसे बड़ा दल है, जो टोक्यो 2020 से भेजे गए 15 सदस्यों के दल से भी अधिक है। इस दल से इस बार एक से अधिक पदक लाने की आशा है। तीरंदाजी दल जिसमें दीपिका कुमारी और तरुणदीप राय शामिल हैं, पेरिस 2024 में प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले भारतीय होंगे। वे 25 जुलाई को आधिकारिक उद्घाटन समारोह से एक दिन पहले व्यक्तिगत रैंकिंग दौर के मुकाबलों में भाग लेंगे। रिकर्व आर्चरी में इस बार भारत दक्षिण कोरिया के वर्चस्व को चुनौती दे कर पदकों की दौड़ में अपना खाता खोल सकता है।

हालाँकि, पेरिस 2024 में भारत के लिए पहला पदक जीतने का मौका शतोघू के राष्ट्रीय निशानेबाजी केंद्र की शूटिंग रेंज में आएगा, जहां 27 जुलाई को मिश्रित टीम 10 मीटर एयर राइफल पदक मैच निर्धारित हैं। संदीप सिंह व एलवेनिल वालारिवन और अर्जुन बाबुता तथा रमिता जिंदल की दो भारतीय टीम, 10 मीटर एयर राइफल की मिश्रित टीम स्पर्धा में भाग लेंगी। मनु भाकर दो व्यक्तिगत पिस्टल स्पर्धाओं के साथ-साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भी हिस्सा लेंगी। वे भारत के लिए पदक जीतने वाले दावेदारों में से प्रमुख हैं।

इस बीच, नीरज चोपड़ा पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में भाग लेंगे, जिसमें क्वालीफायर 6 अगस्त को और फाइनल दो दिन बाद निर्धारित हैं। वह इस स्पर्धा के मौजूदा चैंपियन हैं और इस बार भी उनका कोई पदक जीतना लगभग पक्का है।

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु 27 जुलाई से 5 अगस्त तक होने वाले बैडमिंटन स्पर्धाओं में भाग लेंगी, जबकि टोक्यो 2020 की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू की महिलाओं की 49 किग्रा भारोत्तोलन प्रतियोगिता 7 अगस्त के लिए निर्धारित है। भारोत्तोलन में टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता, मीराबाई चानू इस बार भारत की ओर से एकमात्र प्रतिनिधि हैं। उनका पदक भी लगभग पक्का माना जा रहा है। वहीं बैडमिंटन में सिंधु के अलावा पुरुष वर्ग में एकल स्पर्धा में लक्ष्य सेन व एच.एस. प्रणॉय से बेहतर परिणामों की उम्मीद है तथा युगल में सात्विक-चिराग की जोड़ी पदक के प्रबल दावेदारों में होगी। इस बार भारत को बैडमिंटन में एक से अधिक पदक की उम्मीद रहेगी।

टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोर्गोहेन 27 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त को खत्म होने वाली मुक्केबाजी स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगी। वे इस बार 75 कि.ग्रा. की नयी वेट केटेगरी में हिस्सा ले रहीं हैं, जहाँ उनसे पदक की बहुत उम्मीदें हैं। दो बार की विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन भी पेरिस में अपने ओलंपिक पदार्पण के लिए तैयार हैं। वे इस बार पदक के लिए भारत की सबसे बड़ी उम्मीद हैं। उनके अलावा पुरुष वर्ग में अमित पंघाल से भी अच्छे प्रदर्शन की आशा है।

कुश्ती में विनेश फोगाट और अंतिम पंघाल से पदक की बहुत उम्मीदे हैं। कुश्ती में भारत का कम से कम एक पदक तो लगभग तय है।
टेबल टेनिस में मनिका बत्रा और शरथ कमल भारत के लिए पदकों की दौड़ में सबसे आगे रहेंगे तथा टेनिस में पुरुष युगल में रोहन बोपन्ना व श्रीराम बालाजी से बहुत उम्मीदें हैं।भारतीय हॉकी टीम को गु्रप स्तर पर ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना व बेल्जियम जैसी मजबूत टीमों से सामना करना होगा, लेकिन ग्रुप से चार टीमें क्वाटरफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी इस लिए भारत का अपने बाकी मैचों में अच्छा प्रदर्शन उसे अगले दौर तक पहुँचा सकता है। नॉक-आउट दौर में अपने स्तर को ऊपर उठा कर भारत अपने पिछले प्रदर्शन से बेहतर कर अपने स्वर्ण युग की कुछ यादें ताजा कर सकता है।

गोल्फ में भारत की उम्मीदें अदिति अशोक से हैं, जो पिछली बार मात्र एक शॉट से पदक से चूक गयीं थी। पुरूष वर्ग में शुभंकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर भी अपनी जोर अजमाइश करेंगे। जूडो में राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता तुलिका मान भारत की एकमात्र प्रतिनिधि हैं और उनसे अपनी वेट केटेगरी में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। तैराकी में 14 वर्षीय धिनिधि देसिंघु भारत की सबसे युवा प्रतिभागी होंगी, वे 200 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, घुड़सवारी (इक्वेस्ट्रियन), गोल्फ, हॉकी, जूडो, रोइंग, सेलिंग, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, कुश्ती और भारोत्तोलन, वे 16 खेल हैं जिनमें भारतीय खिलाड़ी पेरिस 2024 में हिस्सा लेंगे। टोक्यो 2020 में भारत ने 124 सदस्यीय दल भेजा था और रिकॉर्ड सात पदक अपने नाम किए थे, जिसमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल था। भारत का लक्ष्य पेरिस 2024 में इस संख्या को पार कर पदकों की संख्या को दहाई के आंकड़े में ले जाने का रहेगा।

लेखक परिचय
नाम: डॉ. शालीन शर्मा


संप्रति: खेल पत्रकारिता के साथ करियर की शुरुआत करने के बाद शासकीय सेवा में गए। वर्तमान में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। इसके साथ ही शौकिया तौर पर द ग्रिप न्यूज के लिए खेलों से संबंधित आलेख लिख रहे हैं।

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