ग्वालियर-चंबल संभाग के स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश
ग्वालियर। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अधिकारियों से कहा कि सरकार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संकल्पित है, इसलिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को गंभीरता से लें। हर माह 9 व 25 तारीख को सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञों से गर्भवती माताओं का परीक्षण कराएं। हाईरिस्क गर्भवती माताओं को चिन्हित कर सभी की सोनोग्राफी, खून व यूरिन की जांच भी कराएं। सोनोग्राफी के लिए निजी सोनोलॉजिस्ट की सेवाएं भी लें, इसका खर्चा सरकार वहन करेगी। इस काम में कोई ढिलाई न हो।
सोमवार को उप मुख्यमंत्री राजेन्द शुक्ल ने ग्वालियर-चंबल संभाग की स्वास्थ्य गतिविधियों की समीक्षा की। राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल के लाउंज में उन्होंने ग्वालियर-चंबल संभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर रुचिका चौहान, गजराराजा मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. आर के एस धाकड़, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. नीलम सक्सेना एवं दोनों संभागों के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे।
यह दिए निर्देश
-डिप्टी सीएम ने कहा कि हाईरिस्क गर्भवती माताओं में खून चढ़वाने के लिए 108 वाहन का सहयोग लें। वाहन का रिस्पांस टाईम कम से कम होना चाहिए।
-गर्भवती माताओं को सेवा प्रदान करने के लिए संचालित अनमोल पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है। शीघ्र ही नया पोर्टल अस्तित्व में आ जायेगा, इससे गर्भवती माताओं का पंजीयन, ट्रैकिंग व रेफर तथा जननी सुरक्षा व प्रसूति सहायता योजना के भुगतान में तेजी आएगी।
-उप मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कलेक्टर की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए स्वास्थ्य अधिकारी अपने-अपने जिले के कलेक्टर के ध्यान में लाकर स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्रगति लाएं।
-डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की गहन मॉनीटरिंग के लिए संभाग स्तरीय वॉट्सएप ग्रुप बनाएं, जिसमें मुझे भी जोड़ें। इस गु्रप में संभाग आयुक्त,सभी जिलों के कलेक्टर, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य एवं सभी सीएमएचओ सहित वरिष्ठ अधिकारियों को भी जोड़ा जाए।