-परिवार के सदस्यों की वापस लौटी खुशी
ग्वालियर। उपनगर मुरार की सीपी कॉलोनी से गुरुवार सुबह 8.05 बजे अपह्रत हुआ बालक शिवाय (6 वर्ष) 13 घंटेे बाद देर रात मुरैना के वंशीपुरा गांव के नजदीक ईंट भट्टेे पर मिला। बच्चे के मिलने की खबर सुनते ही मंदिर में प्रार्थना कर रही मां आरती बोली ईश्वर का शुक्र है और पुलिस,जनप्रतिनिधि एवं मीडिया सभी को लिए धन्यवाद है, सभी के संयुक्त प्रयासों से हमारा बेटा वापस मिल सका है। जब शिवाय मां की गोद में पहुंचा तो वह भावुक हो गई। परिजन के चेहरों की खुशी भी वापस लौट आई। बच्चे के मिलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डीजीपी कैलाश मकवाना ने पुलिस टीम को बधाई दी।
दरअसल, शक्कर कारोबारी राहुल गुप्ता की ससुराल मुरैना में है। राहुल का ससुराल पक्ष सोने चांदी के कारोबार से जुड़ा है। अपहरणकर्ता इस परिवार को पहले भी टारगेट कर चुके हैं। एक वर्ष पहले मुरैना में कारोबारी के बेटे का अपहरण करने का प्रयास किया गया था लेकिन बच्चे के भाग जाने से अपहरणकर्ता सफल नहीं हो सके थे। लगभग मुरैना की ही तर्ज पर ग्वालियर की सीपी कॉलोनी में अपहरण को अंजाम दिया गया, लेकिन ग्वालियर और मुरैना की पुलिस के दबाव से अपहरणकर्ता बच्चे को ईंट भट्टे पर छोड़कर भाग गए।
मां की आंखों में मिर्च झौंककर छीना बच्चा
मां आरती प्रतिदिन की तरह शिवाय को स्कूल बस तक ड्रॉप करने के लिए घर से निकली थी। ड्रॉप पॉइंट घर से बमुश्किल 150 मीटर दूर है। बच्चे का बैग और दूसरे हाथ से बच्चे का हाथ पकड़कर मां निकली। कुछ ही दूरी पर एक बदमाश ने पीछे से आकर मां की आंखों में मिर्च मल दी। बच्चे को छीना और बाइक की ओर भागा। बदमाश के पीछे मां भी भागी लेकिन गिर पड़ी और फिर दोबारा जब पीछा किया तब तक बदमाश निकल चुके थे।
मुरैना से जुड़े हो सकते हैं तार
प्रारंभिक पड़ताल में पुलिस को पता चला है कि 5 फरवरी 2024 को बदमाशों ने मुरैना के कारोबारी अरुण गोयल के बेटे माधव को उस समय किडनैप करने का प्रयास किया था, जब माधव अपनी बुआ रूबी के घर ट्यूशन पढऩे जा रहा था। यह घटना मुरैना रेलवे अंडर ब्रिज के पास हुई थी। ग्वालियर के शक्कर कारोबारी राहुल की पत्नी और मुरैना के सराफा कारोबारी अरुण की बहन आरती के बेटे शिवाय को टारगेट किया। कहा जा रहा है कि दोनों घटनाओं में बदमाशों के अपराध करने का तरीका मिलता-जुलता है, इसलिए अंदाज लगाया जा रहा है कि अपहरण के तार मुरैना अंचल से जुड़े हो सकते हैं।
आम जन में आक्रोश
मासूम शिवाय के अपहरण के बाद पूरे दिन सोशल मीडिया पर लोग आक्रोशित होते रहे। लोगों की मांग थी कि पुलिस बदमाशों पर सख्ती से कार्रवाई करे।
बच्चे के अपहरण के बाद हर वर्ग से आ रहे दबाव के बीच पुलिस की 100 से ज्यादा टीम सर्चिंग में लगाई गईं।
पुलिस ने बचाई साख
करीब 3 हजार सीसीटीवी खंगाले गए। बदमाशों की लोकेशन को लगातार ट्रैस किया गया। मुरैना, भिंड में भी पुलिस अलर्ट की गई। आरोपियों का सुराग जुटाने में एएसपी लाल चंदानी, डीएसपी क्राइम आयुष गुप्ता, नागेन्द्र सिंह सिकरवार, राजीव जंगले के अलावा निरीक्षक हितेन्द्र राठौर, जितेन्द्र तोमर, आलोक परिहार, अजय पवार, उप निरीक्षक नरेन्द्र सिसोदिया, दीपक भदौरिया, राजीव सोलंकी, देवेन्द्र लोधी सहित अन्य पुलिस के जवान जी तोड़ मेहनत करते रहे। तीन हजार से अधिक कैमरे खंगालने के बीच रात करीब साढ़े नौ बजे बच्चे का पता चलने के बाद वीडियो कॉल पर बात हुई।
सबने जताई खुशी
-शिवाय की मां से गुरुवार की रात 10 बजे बात की थी। बच्चे के मिलने पर उन्हें बधाई दी। यह कहा है कि संकट की स्थिति में सरकार एवं प्रशासन आपके साथ है।
-ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री
-शिवाय के सकुशल मिलने पर पुलिस,प्रशासन और शहर के संवेदनशील नागरिकों का आभार एवं धन्यवाद। सभी के साझा प्रयासों से ही यह सफलता हासिल हुई है।
तुलसीराम सिलावट, प्रभारी मंत्री
-ईश्वर का शुक्र है कि बच्चा सकुशल मिल गया, पुलिस और प्रशासन के सकारात्मक प्रयास से सुखद परिणाम मिला है।
भारत सिंह कुशवाह, सांसद
-बच्चे को सही सलामत वापस लाने के लिए ग्वालियर-मुरैना की पुलिस जॉइंट ऑपरेशन में लगी। मुरैना के वंशीपुरा गांव में ईंट भट्टे के पास बच्चा मिला। बच्चा परिजन को सौंप दिया गया, अपहरणकर्ताओं की तलाश जारी है।
अरविंद सक्सेना, आईजी-ग्वालियर जोन
-परिवार के पुण्यकर्म, शहरवासियों की दुआएं और पुलिस की मेहनत से बच्चा सही सलामत मिल गया। अब पुलिस प्रशासन से चर्चा करेंगे कि भविष्य में किसी के साथ इस तरह की कोई घटना न हो।
डॉ. प्रवीण अग्रवाल, अध्यक्ष-चेंबर ऑफ कॉमर्स
-मैं भी मां हूं, एक मां से मिलने पहुंची थी, मां केे लिए इससे बड़ी और कोई खुशी नहीं हो सकती कि उसका बच्चा सकुशल वापस मिल गया। बाकी अब इस घटना के पीछे कौन है, घटना को कैसे अंजाम दिया गया। प्लानिंग बनाने वाले कौन हैं, इन सब पॉइंट पर पुलिस काम करेगी ही।
-रुचिका चौहान, कलेक्टर
-हमारा पहला प्रयास यह था कि बच्चा सकुशल वापस मिल जाए। बच्चा मिल गया है, अब घटना के एंगल, इसके पीछे कौन है आदि को लेकर पड़ताल होगी। जो भी इन्वॉल्व होगा उस पर सख्ती से कार्रवाई होगी।
धर्मवीर सिंह, एसएसपी