ग्वालियर। चैकिंग के दौरान यदि किसी वाहन में 50 हजार रुपए से ज्यादा संदेहास्पद नगदी मिले तो उसे विधिवत जब्त करें। यदि 10 लाख रुपए से ज्यादा नगदी मिलती है तो उसकी सूचना तत्काल आयकर विभाग को दी जाए। इसके अलावा यदि किसी वाहन में ऐसी संदेहास्पद सामग्री मिले, जिससे वोटर को लुभाया जा सकता हो तो उसे भी जब्त किया जाए। इस तरह की सभी कार्रवाईयों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी जरूर कराई जाए। यह ध्यान रखें कि यदि नगदी 50 हजार रुपए से अधिक है और संबंधित पर स्पष्ट दस्तावेज हैं तो उसे परेशान न किया जाए, लेकिन 10 लाख से अधिक नगदी हो तो आयकर विभाग को हर हाल में सूचित किया जाए। यह निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान और एसपी धर्मवीर सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी व वीवीटी दलों को दिए।
लोकसभा चुनाव को बिना किसी विघ्न के संपन्न कराने को लेकर रविवार को एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वॉयड), एसएसटी (स्थैटिक टीम), वीएसटी (वीडियो सर्विलांस टीम) एवं वीवीटी (वीडियो व्यूविंग टीम) का संयुक्त प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रैनर्स ने दलों से कहा कि मतदाताओं को लुभाने वाले अवैध धन, शराब व अन्य मादक पदार्थ सहित ऐसी सभी प्रकार की संदेहास्पद सामग्री के परिवहन की बारीकी से जांच करें। जांच के बाद भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार त्वरित कार्रवाई करें और कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराएं। प्रशिक्षण में मौजूद कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान और पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा कि कार्रवाई के समय टीम के सभी सदस्यों का व्यवहार सौम्य और शालीन होना चाहिए। लेकिन संदेहास्पद सामग्री पकड़ में आए तो पूरी सख्ती से कार्रवाई की जाए। संयुक्त प्रशिक्षण में सभी टीमों के सदस्यों का आपस में परिचय कराया गया। इस दौरान अपर जिला दंडाधिकारी अंजू अरुण कुमार, टी एन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र वर्धमान एवं जिले के सभी एसडीएम व एआरओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर एस बी ओझा ने सभी दलों को प्रशिक्षण दिया।
हरी झंडी दिखाकर किए दल रवाना
बाल भवन में आयोजित हुए प्रशिक्षण के बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने जीपीएस युक्त वाहनों से अलग-अलग एफएसटी दलो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रत्येक विधानसभा के लिए तीन-तीन एफएसटी गठित की गई हैं। प्रत्येक एसएसटी का गठन जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी व पुलिस अधिकारी को शामिल करके किया गया है। हर टीम में एक वीडियोग्राफर भी रखा गया है।
यह करेंगे निगरानी दल
-एसएसटी एवं एफएसटी में शामिल सभी अधिकारी-कर्मचारी आपसी समन्वय बनाकर और मुस्तैदी के साथ काम करेंगे।
-जांच स्थल पर पूरी कार्रवाई की निष्पक्षता के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी।।
-जिस व्यक्ति के सामान की जांच होगी उसको भी लिखित में जानकारी दी जाएगी।
-सी-विजिल पर मिली शिकायत का निराकरण 100 मिनट की अवधि में एफएसटी करेगी।
-टीम के सभी सदस्य अपने मोबाइल फोन पर नियमित रूप से सी-विजिल एप को देखते रहेंगे।
-स्टेशन, बस स्टैंड व एयरपोर्ट पर संबंधित एफएसटी नजर रखेगी।
-सभी एफएसटी दल संपत्ति विरूपण अधिनियम का पालन भी कराएंगे।