लोकसभा चुनाव 2024: मॉडल और पिंक बूथ पर नींबू पानी और ओआरएस घोल से होगा मतदाताओं का स्वागत

ग्वालियर। चुनाव के लिए लोकसभा के लिए बनाए गए 2268 पोलिंग बूथ में से मॉडल एवं पिंक बूथ पर मतदाताओं का स्वागत नींबू पानी और ओआरएस घोल के वेलकम ड्रिंक से होगा। निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने यह निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान दिवस के एक दिन पहले से ही पेयजल के लिए घड़े भरकर रखवाए जाएं। मतदान के लिए आने वाली गर्भवती माताओं, बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के बैठने को छायादार स्थान तैयार करने के निर्देश भी निर्वाचन अधिकारी ने दिए हैं।

सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में चुनावी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक हुई। बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान ने अधिकारियों से कहा कि मतदान केन्द्रों के लिए चिन्हित सभी भवनों मेें रैंप, पेयजल और शौचालय आदि व्यवस्थाएं समय सीमा में दुरुस्त कराई जाएं। बिजली कंपनी के अधिकारी प्रत्येक केन्द्र का निरीक्षण करके बिजली व्यवस्था, मीटर कनैक्शन आदि को परख लें। व्यवस्था से संबंधित कामों में लापरवाही पाए जाने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने मतदाता जागरूकता अभियान, मतदान सामग्री वितरण व मतदान समाप्ति पश्चात सामग्री प्राप्त करने के लिए हो रही तैयारियों सहित मतदान दल व माइक्रो ऑब्जर्वर प्रशिक्षण, मतदान दलों को रवाना करने के लिए हो रही वाहन व्यवस्था, डाक मत पत्र, शिकायत जांच कंट्रोल रूम, निर्वाचन व्यय निगरानी प्रकोष्ठ, मीडिया अनुवीक्षण कक्ष, कम्युनिकेशन प्लान आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर, अपर कलेक्टर अंजू अरूण कुमार व टी एन सिंह एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन सहित सभी एसडीएम एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी मौजूद थे ।

यह बांटे हैं काम

-मतदान दलों तथा अन्य चुनावी कार्यों के लिए जिन शासकीय सेवकों की ड्यूटी लगाई जानी है, उसको लेकर सभी कार्यालय प्रमुख जिला निर्वाचन कार्यालय से ड्यूटी आदेश जारी कराएं।
-संबंधित कर्मचारी या अधिकारी की ड्यूटी आदेश से संबंधित प्रति एनआईसी को भी भिजवाएं ताकि डबल ड्यूटी लगने की शिकायत न रहे।
-सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी न केवल स्वयं आचार संहिता का पालन करें बल्कि औरों से भी कराएं।
-किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का आचरण यदि आचार संहिता के विपरीत पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

सैक्टर अधिकारी के साथ तैनात रहेगा चिकित्सक

-जिले में हर सेक्टर अधिकारी के साथ दवाओं की किट सहित चिकित्सक की तैनाती की जाएगी।
-हर मतदान केन्द्र पर ओआरएस सहित जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रहेंगीं।
-सभी प्राथमिक, सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी दवाओं का कोटा रहेगा।

 

सैक्टर एवं नोडल अधिकारी भी लेंगे ईवीएम का प्रशिक्षण

-जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि सभी सेक्टर अधिकारी और नोडल अधिकारियों सहित चुनाव कार्य में संलग्न सभी अधिकारी भी ईवीएम संचालन का प्रशिक्षण जरूर लें।
-प्रशिक्षण से मिली तकनीकी जानकारी के आधार पर मतदान दिवस पर किसी बूथ पर ईवीएम संचालन में कठिनाई आने पर मतदान दलों की मदद की जा सकेगी।

शहर में दलों को मिलेंगे छोटे वाहन

शहरी क्षेत्र के मतदान दलों को लाने और ले जाने के लिए छोटे वाहनों को प्राथमिकता देने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि तंग गतियों में बड़े वाहनों की अपेक्षा छोटे वाहन आसानी से मतदान केन्द्रों तक पहुंच सकेंगे। छोटे वाहन से जाने पर दलों को मतदान सामग्री लेकर ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।

प्रत्येक मतदाता तक पहुंचे पर्ची

मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाता पर्चियों को अनिवार्य रूप से सभी मतदाताओं तक पहुंचाया जाए। प्रयास ऐसे हों शतप्रतिशत मतदाताओं तक मतदान पर्चियां पहुंच जाएं। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पर्ची वितरण का काम संबंधित अधिकारी गंभीरता से पूरा कराएं। कलेक्टर ने विधानसभा चुनाव के दौरान हर विधानसभा के सबसे कम पर्ची वितरण वाले 25-25 मतदान केन्द्रों की सूची मांगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!