इस प्रदेश में बगैर चुनाव के ही जीत गए भाजपा के आठ प्रत्याशी, जानिये यह है वजह

मुख्यमंत्री पेमा खांडू और पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी भी होंगीं निर्विरोध निर्वाचित

भारत के सभी राज्यों में अरुणाचल प्रदेश बन गया है, जहां भारतीय जनता पार्टी के आठ प्रत्याशियों ने बगैर चुनाव लड़े ही जीत हासिल कर ली। दरअसल, राज्य की 60 विधानसभा सीट और 2 लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रेल को मतदान होना है। इससे पहले ही नामांकन वापस लेने और खारिज होने के बाद भाजपा के उम्मीदवारों ने यह जीत हासिल की है। जीत हासिल करने वालों में प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री सहित आठ प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन्हें निर्विरोध माना जा रहा है।

दरअसल, देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के साथ ही अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। सभी विधानसभा सीटों के लिए मतदान 19 अप्रेल को होना है। मतदान की तिथि से पहले ही प्रदेश की आठ विधानसभा सीटों में शामिल मुक्तो, जीरो, रोइंग, सगली, इटानगर, ताली, तलिका सीट पर नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। नामांकन के बाद नाम वापसी और नामांकन खारिज होने बाद कहा जा रहा है कि सामने अन्य कोई प्रत्याशी न होने से निर्विरोध निर्वाचित होना तय हैं।

 

इन उम्मीदवारों की जीत लगभग पक्की


-हयुलियांग विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक और भाजपा प्रत्याशी दासंगलु पुल प्रत्याशी हैं। इनके विरोध में कांग्रेस के बाफुत्सो क्रोंग ने नामांकन दाखिल किया था। एनवक्त पर बाफुत्से क्रोंग ने नामांकन वापस ले लिया। बता दें कि दासंगुलु पुल के पति और पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल का निधन होने के बाद वर्ष 2016 में दासंगलु निर्विरोध चुनी गई थीं।

-अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर विधानसभा सीट से भाजपा ने तेची कासो को टिकट दिया है। विरोधी पक्ष के उम्मीदवारों द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद यहां से वे एकमात्र उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं।

-जीरो-हापोली विधानसभा क्षेत्र में हेज अप्पा एकमात्र उम्मीदवार मैदान में हैं, उनके विरोध में पर्चा भरने वाले तीन प्रत्याशियों के नामांकन खारिज हो गए थे।

-सागली से भाजपा उम्मीदवार रातू तेची, ताली विधानसभा से जिक्के ताको, तलिहा विधानसभा से न्यातो डुकोम और रोइंग विधानसभा से मुत्चु मीठी के सामने भी कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है।

-मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार पेमा खांडू के अनुसार 30 मार्च को नाम वापसी की आखिरी तिथि बीतने के बाद कुछ और सीटों पर भी भाजपा प्रत्याशियों के सामने मैदान खाली होगा।

इंटरेस्टिंग होगा लोकसभा चुनाव

अरुणाचल प्रदेश की अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व लोकसभा क्षेत्र के लिए 19 अप्रेल को ही मतदान होना है। इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों के लिए 14 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं।

मुख्य उम्मीदवारों में केन्द्रीय मंत्री किरिन रिजुजू और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नबाम तुकी आमने सामने रहेंगे। जबकि अरुणाचल प्रदेश पूर्व लोकसभा से पर्चा भरने वाले इंडिपेंडेट कैंडिडेट तेची राणा का नामांकन गुरुवार को अवैध घोषित हो गया। इसके बाद पूर्व लोकसभा से प्रत्याशियों की संख्या छह रह गई है।

वर्ष 2011 में भी निर्विरोध रहे थे पेमा खांडू


मुख्यमंत्री पेमा खांडू के पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री दोरजी खांडू की मृत्यु वर्ष 2011 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी। पिता की मृत्यु के बाद खाली हुए मुक्तो विधानसभा क्षेत्र से पेमा खांडू को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था।

19 अप्रेल को होनी है मतदान प्रक्रिया

अरुणाचल प्रदेश की 60 विधानसभा सीटों के साथ ही अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व लोकसभा के लिए भी 19 अप्रेल को मतदान होना है। प्रदेश की बाकी के विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के बाद 2 जून को मतगणना होगी और जबकि लोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे।

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