सोलर एनर्जी ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण और उभरता हुआ व्यापारिक क्षेत्र भी: डॉ. अग्रवाल

चैंबर ऑफ कॉमर्स में हुआ सोलर एनर्जी पर सेमिनार

ग्वालियर। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि देश सौर ऊर्जा की ओर अग्रसर हो। 31 मार्च वित्तीय वर्ष का अंतिम दिवस होने से व्यापरियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, इसके बावजूद चैम्बर ने यह कार्यक्रम आयोजित किया है, क्योंकि यह विषय राष्ट्र हित में है। सोलर एनर्जी प्रकाश एवं ऊर्जा के रूप में तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही व्यापारियों के लिए भी यह एक उभरता हुआ महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्र है। जब सोलर वेंडर्स जागरूक होंगे तभी सौर उपभोक्ता भी जागरूक होगा। वेंडर्स को एल आई सी ऐजेंट की तरह कार्य करना चाहिए और उपभोक्ता के हित में उसके साथ खड़े रहना होगा तभी आपकी विश्वसनीयता सिद्ध होगी। यह बात चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ.प्रवीण अग्रवाल ने सोलर एनर्जी को लेकर हुए सेमिनार में कही।


रविवार को मध्यप्रदेश चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी की गैर पारंपरिक ऊर्जा ईकाई (सौर ऊर्जा ) विभाग के साथ वैंडर जागरूकता कार्यक्रम एवं सेमिनार का आयोजन किया। डी. पी. मंडेलिया सभागार में हुए आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के सी. जी.एम. सौरभ श्रीवास्तव और विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक अभियन्ता शंकर अग्रवाल मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने की।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल ने कहा चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने जन मानस को सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के लिए सौर ऊर्जा मिशन एक आंदोलन के रुप में आरम्भ किया है। इसको लेकर चैम्बर ने स्थापना दिवस समारोह में सौर ऊर्जा जागरूकता कार्यक्रम और सौर ऊर्जा मेला भी लगाया था। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अब गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के साथ मिलकर सोलर वैंडर्स की बैठक आयोजित कर उनकी समस्याओं का निराकरण भी किया जा रहा है।

सी जी एम सौरभ श्रीवास्तव ने कहा केंद्र सरकार ने सौर ऊर्जा से सम्बन्धित विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं। इनमें पी एम सूर्य घर योजना के अंतर्गत इकाई स्थापना के लिए शुरुआत में 75 हजार 61 घरों को सूर्य घर बनाने की योजना है। वेंडर्स जितना जल्दी स्टार्टअप करेंगे उन्हे उतना ही अधिक लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि हम ऑयल इंपोर्ट बिल को तभी कम कर सकते हैं, जबकि फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम हो। इसके लिए हमें सोलर एनर्जी को अपनाना होगा जो हमारे लिए इको फ्रेंडली भी है। सोलर एनर्जी की पब्लिसिटी के लिए सोलर वेंडर्स एक एसोसिएशन बनाएं। आयोजन के समापन पर उपाध्यक्ष डॉ राकेश अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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