बल्नरेबल और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चयन करने में बरतें गंभीरता

कलेक्टर ने दिए निर्देश सैक्टर अधिकारी और चुनाव से जुड़े सभी सीखें ईवीएम चलाना


ग्वालियर। एसडीएम व्यक्तिगत रूप से संवेदनशील केन्द्रों का भ्रमण करें और संबंधित अधिकारी बल्नरेबल और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चयन पूरी गंभीरता के साथ करें। पूरी जिम्मेदारी के साथ यह तय किया जाए कि कौनसे मतदान केन्द्र को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा जाना है ताकि वहां सुरक्षा के अंतिरिक्त इंतजाम कर स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्विघ्न मतदान कराया जा सके। जितने भी बल्नरेबल मतदान केन्द्र हैं,उनसे संबंधित बस्तियों में मतदाताओं को यह भरोसा दिलाएं कि वे निर्भीक होकर मतदान कर सकते हैं। यह निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर रुचिका चौहान ने दिए हैं।

सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मतदान केन्द्रों के इंतजाम की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टी एन सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन और जिले के सभी एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

बुनियादी सुविधाओं का हो सत्यापन

जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि भ्रमण के दौरान हर मतदान केन्द्र पर बुनियादी सुविधाओं का बारीकी से सत्यापन करें। पेयजल, शौचालय व छायादार स्थान पर मतदाताओं के बैठने की व्यवस्था कराएं। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि जिस जगह पर मतदाताओं की कतार लगती है, वहां छाया की व्यवस्था अवश्य हो जाए।

ईवीएम चलाना जरूरी सीखें

कलेक्टर ने कहा कि सभी सेक्टर अधिकारी एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी भी ईवीएम (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) का संचालन अवश्य सीखें। ताकि मतदान दिवस को जरूरत पडऩे पर मतदान दलों को तत्काल मदद मिल सके मतदान सुचारु रहे। उन्होंने बैठक में विभिन्न सेक्टर अधिकारियों से ईवीएम चलवाकर देखी। साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के किन-किन दिशा-निर्देशों का पालन कर मतदान कराया जाना है, उससे संबंधित सवाल भी पूछे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी एसडीएम, सेक्टर मजिस्ट्रेट व नोडल अधिकारी ईवीएम से मॉकपोल कराने और अनिवार्य प्रकियाओं का अभी से अभ्यास कर लें।

 

शहर में 15-15 और ग्रामीण में 10-10 बनें पिंक एवं मॉडल बूथ

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने सभी एसडीएम सह एआरओ को निर्देश दिए कि जिले के शहरी विधानसभा क्षेत्र में 15 – 15 और ग्रामीण अंचल के विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 10 – 10 पिंक बूथ (महिलाओं द्वारा संचालित) अवश्य बनाए जाएं। इसी तरह शहरी विधानसभा क्षेत्र में 10 – 10 और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में 7 – 7 आदर्श मतदान केन्द्र बनाए जाएं। इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में एक – एक बूथ युवा कर्मचारियों से बने मतदान दल व एक – एक बूथ दिव्यांग शासकीय सेवकों में से गठित मतदान दलों द्वारा संचालित किया जाएगा। ऐसे सभी बूथ की जानकारी जल्दी भेजी जाए।

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