-कलेक्टर ने छापा मारकर जब्त किए सरकारी अभिलेख
-वेतन देयक, वेतन पत्रक सहित शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाएं भी मिलीं
भिंड। शनिवार को कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव स्वयं सूचना पर चतुर्वेदी नगर गली नंबर तीन स्थित एक आवास पर छापा मारा। उनकी सूचना पर बाद में जिला शिक्षा अधिकारी आरडी मित्तल, डीपीसी व्योमेश शर्मा सहित बीईओ व बीआरसी भी पहुंचे। मकान के एक कमरे में छापा डाला तो यहां बबेड़ी संकुल के कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए।
बता दें के बबेड़ी संकुल में लंबे समय से विभागीय शिक्षकों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लगते आ रहे हैं। जिसको लेकर कलेक्टर द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम गठित कर उन्हें कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। शनिवार को चतुर्वेदी नगर में मोहन सिंह कुशवाह के मकान में छापा मारने पहुंची टीम के सदस्यों ने बताया कि उक्त मकान में बबेड़ी संकुल प्राचार्य सतेन्द्र सिंह भदौरिया निजी तौर पर एक कार्यालय का संचालन कर रहे थे। जहां उनके द्वारा विभागीय दस्तावेज के रुप में शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाऐं, वेतन पत्रक, कमोन्नती फायलें, समयमान वेतनमान पत्रक सहित अन्य जरुरी कागजात मिले हैं। उक्त मकान संकुल प्राचार्य के रिस्तेदारों का है, जो उनके ससुराल पक्ष से हैं।
नियम विरुद्ध रखे विभागीय कागजात:
बतादें के सरकारी विभागों के सभी आवश्यक दस्तावेज कार्यालय में ही रखने का नियम है। इसके विपरीत बबेड़ी संकुल प्राचार्य द्वारा इस नियम तोड़ते हुए संकुल से संबंधित रिकॉर्ड और आवश्यक फायल स्वयं के द्वारा बनाए गए निजी कार्यालय में रखी गई थी। जो सीधे तौर पर सरकारी आदेशों की अव्हेलना साबित होता है। छापा मारने पहुंचे डीईओ व डीपीसी ने इस संबंध में तत्काल कलेक्टर को सूचना देते हुए जप्त हुए दस्तावेजों को लेकर जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने मामले में जांच करते हुए इन जप्त कागजात का परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
विवादों में घिरा संकुल केन्द्र:
ज्ञात हो कि बबेड़ी संकुल केन्द्र लंबे समय से विवादों में घिरा हुआ है। जहां पूर्व में पदस्थ रहे प्रभारी प्राचार्य जयवीर सिंह कुशवाह के कार्यकाल गफलत में रहा है। यहां संकुल प्रचार्य पद को लेकर जारी लड़ाई में हाथपाई होने से लेकर मामला न्यायालय तक पहुंच गया। जिसके बाद न्यायालय में वरिष्ठता के आधार पर सतेन्द्र सिंह भदौरिया को प्रभार मिलने की जानकारी देने पर प्रकरण शांत हुआ। इस बीच संकुल केन्द्र में एचआरए घोटाला होने की बात भी सामने आई है। इस मामले में सबसे अहम बात बात यह है पूर्व प्रभारी प्राचार्य के कार्यकाल के दौरान का रिकॉर्ड जिला शिक्षा विभाग के पास उपलब्ध न होकर गायब बना हुआ है।
कार्य निपटाने बनाया निजी ऑफिस:
इस पूरे मामले में जब बबेड़ी संकुल प्रभारी प्राचार्य सतेन्द्र सिंह भदौरिया से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि संकुल केन्द्र बड़ा होने के साथ साथ यहां पर्याप्त बिजली और जरुरी उपकरण उपलब्ध नही रहते हैं। ऐसे में विभागीय निर्देशों पर कार्य निराकृत करने के लिए निजी तौर पर कार्यालय बना कर कार्य निपटाए जाते हैं। ऐसे में शिक्षकों व विभाग से संबंधित सभी दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए एक निश्चित स्थान पर रखे हैं। जिसके संबंध में विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है।
जारी किया जा रहा नोटिस
शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि शिक्षा विभाग और संकुल केन्द्र से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज निजी मकान से जप्त होने के मामले में प्राचार्य संदेह के दायरे में आए हैं। इसको लेकर उनके खिलाफ अधिकारियों के निर्देश पर नोटिस जारी किया जा रहा है। इस मामले में सभी निर्णय नियम के आधार पर लिए जाऐंगे।
इनका कहना……..
बबेड़ी संकुल प्राचार्य के निजी कार्यालय पर छापामार कार्रवाई की गई थी। जहां से आवश्यक दस्तावेज जब्त हुए हैं। इन कागजातों की जांच की जा रही है, जिसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
आरडी मित्तल, जिला शिक्षा अधिकारी