-भाजपा की सभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लगाए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति के आरोप
-सीएम बोले: कांग्रेस ने जब-जब सिंधिया परिवार के स्वाभिमान को चोंट पहुंचाई, तब-तब सिंधिया परिवार ने उन्हें धूल चटाई
-ग्वालियर-चंबल की धरती वीर सपूतों की धरती है यहां के खून को कोई चैलेंज नहीं कर सकता
ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाजपा की सभा में कहा है कि कश्मीर से जब धारा 370 हटाई गई तो कांग्रेस के लोग कहते थे कि देश के अंदर माहौल खराब हो जाएगा। कांग्रेस के लोगों ने देशभर में भ्रम फैलाया, माहौल खराब किया, लेकिन देश के अंदर नहीं, बल्कि पाकिस्तान और कांग्रेस के अंदर ही माहौल खराब हो गया। अब स्थिति यह है कि कांग्रेस पार्टी में कोई रहना ही नहीं चाहता है। एक के बाद एक उनके नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। हम सबका स्वागत कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सबसे बड़े रामद्रोही हैं, जो हर जगह रंग बदलकर बात करते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राजगढ़ का चुनाव रामद्रोही और राम के पक्षधरों के बीच का चुनाव है। यहां पर मिस्टर बंटाढार और विकास का चुनाव है। कांग्रेसियों ने हमेशा से हिन्दू-मुसलमान को लड़ाकर जीवनभर वोट बैंक का रास्ता ही ढूंढा है। इनके मन में पाप भरा हुआ है। इस बार का लोकसभा चुनाव रामविरोधी और राम के पक्षधरों के बीच का चुनाव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब-जब सिंधिया परिवार के स्वाभिमान को चोंट पहुंचाई, तब-तब सिंधिया परिवार ने उन्हें धूल चटाई है। स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी ने भाजपा को स्थापित करने में अपना योगदान दिया। जब उनके स्वाभिमान को चोट पहुंची तो डीपी मिश्रा की सरकार को ललकारते हुए उन्हें धूल चटाई। ऐसा ही इतिहास वर्ष 2020 में ही दोहराया गया, जब कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा कि उतर जाओ सड़क पर और जब सिंधिया सड़क पर उतरे तो उन्होंने पूरी कांग्रेस को ही सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। अब कांग्रेस हमेशा सड़क पर ही रहेगी।
सोमवार को भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ने नामांकन भरा। इससे पहले जनसभा हुई। जनसभा में मुख्यमंत्री के अलावा केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, सांसद विवेक शेजवलकर सहित अन्य नेता मौजूद थे। इन नेताओं ने कुशवाह का नामांकन दाखिल कराया। जनसभा में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रदेश महामंत्री रणवीर रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, सांसद विवेक शेजवलकर, संगठन प्रभारी विजय दुबे, जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, ग्रामीण जिलाध्यक्ष कौशल शर्मा, विधायक मोहन सिंह राठौर, विधायक रमेश खटीक, वीरेंद्र जैन, नरेंद्र बिरथरे, प्रहलाद भारती, जवाहर सिंह रावत, मुन्नालाल गोयल, अरुण चतुर्वेदी, लाखन सिंह बघेल, कमलापत आर्य, देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर, राजेंद्र सिंह चौहान, राजू बाथम, रामबरन सिंह गुर्जर, मनोज तोमर, सुमन शर्मा, समीक्षा गुप्ता, राकेश माहौर, विनय जैन, विनोद शर्मा, राजू पलैया सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
ग्वालियर का नाम और सम्मान बढ़ाने शुरू हुआ विकास का नया कालखंड
जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा पिछले 5 वर्षों में ग्वालियर के विकास की गति में काफी तेजी आई है, क्योंकि देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार थी। विकास का एक नया कालखंड शुरू हुआ है। अब यह प्रयास करना है कि ग्वालियर का नाम और सम्मान बढ़े यह केवल मप्र के पटल पर नहीं राष्ट्र के पटल पर भी पहुंचे। ग्वालियर के विकास को चमकाने के लिए यह मंच सामूहिक रूप से यह निर्णय लेता है। उन्होंने कहा कि समूचे क्षेत्र से सिंधिया परिवार का पीढिय़ों से रिश्ता रहा है। पहले मेरी दादी मां, फिर मेरे पूज्य पिताजी और अब मैं आप सभी की सेवा में तत्पर हूं।
इस बार डले 400 की माला
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के सहप्रभारी जयभान सिंह पवैया ने कहा कि इन चुनावों में हम सबके साथ जनता भी इस बार 400 पार कह रही है। 4 जून को मतगणना के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले में 400 फूलों की जो माला होगी, उसमें एक फूल ग्वालियर का भी रहे। भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि यह राष्ट्रवाद का चुनाव है, देश के प्रधानमंत्री का चुनाव है।
कांग्रेसियों ने ली भाजपा की सदस्यता
ग्वालियर के अग्रसेन चौराहे पर हुई नामांकन आमसभा में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलवाई एवं अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया। सदस्यता लेने वालों में ग्वालियर नगर निगम की पार्षद सुनीता अरुण, कुशवाह, पूर्व पार्षद मुन्नेश जादौन, राजेन्द्र सिंह राजे जाटव, दिनेश बरैया, डोरेस जाटव, चंदन चौरसिया, रिंकू शाकय, इमरान खान, नंदू राठौर, धर्मेन्द्र गुर्जर, नीलम जोशी, जानकी कुशवाह, राधा पाल, रामेश्वरी देवी, रामकली, ममता पाल, लता माहौर, दिनेश पलैया, मोहित राठौर, सोनू कुकरेजा, लोकराज राजपूत, विकास सेन, संजय यादव, गोलू जाटव, धनंजय मुदगल, अंकुर अग्रवाल सहित सैकडों कार्यकर्ता शामिल हैं।