-बुंदेला शासन, ब्रिटिश कालीन हथियारों को देखने में रही विशेष उत्सुकता
ग्वालियर। विश्व विरारसत दिवस के उपलक्ष्य में केन्द्रीय पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल ग्वालियर अस्त्र-शस्त्र की नवीन दीर्घा दर्शकों देखने के लिए प्रारंभ की गई है। संग्रहालय की इस अस्त्र-शस्त्र दीर्घा में पाषाण कालीन औजार रखे गए हैं।
इनके अलावा 18-19 वीं शताब्दी के बुंदेला शासकों के हथियारों में तलवार, ढाल, भाले, कटार, कवच, दस्ताने, टोपी आदि रखे गए हैं। ब्रिटिश कालीन बंदूकों में टोपीदार बंदूक, दुनाली बंदूक, कैमल बंदूक, तोपें, छोटी बंदूकें, पिस्तोल आदि रखे गए हैं।
ये सभी अस्त्र-शस्त्र पर्यटकों को देखने के लिए प्रदर्शित किए गए हैं। इस दीर्घा को प्रारंभ करने का उद्देश्य आम जनों, छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों एवं शिक्षकों में पुरातत्व के प्रति जागरूकता लाना है।
उप संचालक पुरातत्व संग्रहालय पी सी महोबिया ने बताया कि विश्व विरासत दिवस के उपलक्ष्य में स्मारकों एवं संग्रहालयों में पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क होने से राज्य संरक्षित स्मारक ग्वालियर किले पर लगभग 1265 एवं केन्द्रीय पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल में लगभग 620 पर्यटकों ने भ्रमण कर दीर्घा का अवलोकन किया।