भिण्ड। लहार निवासी नित्या जिसकी उम्र अभी महज सवा साल है। वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ्य चल रही थी। नित्या को इलाज के लिए उसके परिजनों के द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने जब उसका हीमोग्लोबिन जांच की तो वह केवल 3 ग्राम रह गया था। और उसका ब्लड गु्रप बी निगेटिव बताया गया था। बी निगेटिव ब्लड ग्रुप सहजता से उपलब्ध भी नहीं होता है।
ऐसे में नित्या के परिजन काफी परेशान हो रहे थे। जब इसकी सूचना मानवता संगठन के बबलू सिंधी को हुई तो उनके द्वारा बी निगेटिव ब्लड ग्रुप के व्यक्ति की तलाश की जाने लगी। तभी उन्हें पता चला के शहर के डॉ अरङ्क्षवद शर्मा का ब्लड गु्रप वही है जिसकी इन्हें तलाश है। ऐसे में डॉ अरविंद शर्मा से संपर्क कर उन्हें पूरी बात बताई गई तो वे सहर्ष बच्ची को रक्तदान करने के लिए तैयार हो गए और उनके द्वारा जिला अस्पताल में रक्तदान किया गया है। इस बात की जानकारी होते ही नित्या के माता पिता के चेहरे पर मुस्कान लौट आई थी।