– मेले में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में रोमांचक कुश्ती देखने उमड़ी भीड़
भिण्ड। व्यापार मेले में आयोजित हो रही दंगल प्रतियोगिता में दूसरे दिन बड़ी ही रोमांचक कुश्ती देखने को मिली। यहां आगरा से आई महिला रेसलर ने दंगल के अखाड़े में उतरते हुए कुश्ती के लिए खिलाडिय़ों को ललकारा। जिसके बाद स्थानीय मठिया अखाड़ा के पुरुष पहलवान के साथ महिला खिलाड़ी का रोमांचक मैच खेला गया। इसे देख कर उपस्थित दर्शकों को दंगल फिल्म का डायलॉग म्हारी छोरियां छोरों से कम है के की याद आ गई।
बतादें कि व्यापार मेले में प्रतिवर्ष विशाल दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। परंपरागत तौर पर होने वाली इस कुश्ती की स्पर्धा में स्थानीय से लेकर दूर दराज के पहलवान अपना अपना प्रदर्शन करने आते हैं। रविवार को आयोजित कुश्ती प्रतियोगिताओं के बाद सोमवार को आखिरी दिन जिला केसरी गुर्ज के लिए कुश्ती आयोजित की गई। पूर्व जिला केसरी गौरव शर्मा और झांसी के श्याम पहलवान के बीच जिला केसरी के लिए रोमांचक कुश्ती हुई। जिसमें गौरव ने अपने चिरपरिचित अंदाज में दांव खेलते हुए श्याम को अखाड़े में चित किया। इस दांव के बाद विरोधी पहलवान की हार होते ही प्रतियोगिता देखने पहुंचे दर्शकों ने जय हनुमान के जयकारे लगाते हुए जिला केसरी गौरव शर्मा को कंधे पर उठा लिया। जिला गुर्ज जीतने वाले पहलवान गौरव को दंगल आयोजन समिति द्वारा 11 हजार का नकद इनाम भी दिया गया। इसके अलावा आयोजन स्थल पर मौजूद गणमान्य नागरिकों ने गुर्ज जीतने पर विजेता को ईनाम के रुप में नकद पैसे भी दिए।
आकर्षण का केन्द्र रही महिला की कुश्ती:
सोमवार को आयोजित दंगल प्रतियोगिता में महिला और पुरुष पहलवान के बीच अखाड़े में हुआ मुकाबला बेहद ही रोचक रहा। आगरा निवासी गामनी सिंह यहां कुश्ती लडऩे के लिए आई थी। इस बीच अन्य महिला खिलाड़ी न होने पर वह अखाड़े में उतरी और कुश्ती के लिए ललकार लगाई। महिला रेसलर से कुश्ती को लेकर ज्यादातर पहलवान झिझकते दिखे,लेकिन मठिया अखाड़ा के पहलवान राम बिलवार ने गामिनी से कुश्ती के लिए मैदान में उतर कर हाथ मिलाया। जिसके बाद दोनों पहलवानों के बीच बेहद ही रोमांचक कुश्ती देखने को मिली। दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने भी गामिनी के दांवपेच देख कर जमकर उसकी सराहना की। लगभग 9 मिनट तक चली इस कुश्ती में दोनों ही खिलाड़ी एक दूसरे को पटखनी देने और धूल चटाने की कोशिश करते रहे, लेकिन तय निमय के तहत समय खत्म होने पर दोनों की कुश्ती बराबर पर छूटी।