-मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दिए निर्देश
-ग्वालियर व चंबल संभाग की चुनाव तैयारियों की हुई समीक्षा
ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल संभाग पर भारत निर्वाचन आयोग की विशेष नजर है। दोनों संभाग में स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न होना चाहिए। इसके लिए आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ एनएसए व जिला बदर सहित सख्त प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए। ताकि मतदाताओं में विश्वास कायम हो और वे निर्भीक होकर मताधिकार का उपयोग कर सकें। यह निर्देश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने ग्वालियर-चंबल संभाग की चुनाव तैयारियों से संबंधित बैठक में दिए।
बुधवार को तानसेन रेसीडेंसी में बैठक हुई। बैठक में भोपाल से आए पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था अंशुमान सिंह, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विवेक श्रोत्रिय, संभाग आयुक्त ग्वालियर डॉ. सुदाम खाड़े व चंबल संजीव कुमार झा, पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर अरविंद सक्सेना, डीआईजी चंबल कुमार सौरभ तथा ग्वालियर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान और पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह सहित दोनों संभाग के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।
हर पल रखें निगरानी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि अंतर्राज्यीय व अंतर जिला नाकों पर 24 घंटे विशेष निगरानी रखें। अवैध धन, मदिरा व अन्य मादक पदार्थ व अवैध हथियारों सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री अभियान बतौर जब्त करें। अवैध गतिविधियों में लिप्त असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और बाउंडओवर की कार्रवाई में तेजी लाएं। एसएसटी, एफएसटी व वीएसटी पूरी तरह मुस्तैद व सतर्क होकर काम करें। जिन भवनों में पंच या उससे अधिक मतदान केन्द्र हैं वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जाए।
यह बोले वरिष्ठ अधिकारी
-पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था अंशुमान सिंह ने सभी पुलिस अधीक्षकों से कहा कि असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई ऐसी हो, जिससे अपराधियों में खौफ कायम हो और मतदाताओं में विश्वास बढ़े।
-संभाग आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने बैठक में बताया कि सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों के साथ इंटर स्टेट बॉर्डर मीटिंग हो चुकी हैं। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर संभाग के सभी जिलों में प्रत्येक मतदान केन्द्र पर पेयजल की पुख्ता व्यवस्था कराई जा रही है।
-डीआईजी चंबल कुमार सौरभ ने कहा कि पुलिस थानों में जमा कराए गए शस्त्रों के लायसेंसधारियों के पास उपलब्ध कारतूस का दुरुपयोग न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।
-कलेक्टर रुचिका चौहान ने सहित अन्य जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने जिले की चुनाव तैयारियों की जानकारी दी।
यह भी दिए निर्देश
-क्रिटिकल (संवेदनशील व अतिसंवेदनशील) मतदान केन्द्रों के भीतर व बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
-“चलो बूथ की ओर” अभियान चलाएं। प्रत्येक मतदान केन्द्र से जुड़ी बस्तियों के हर घर तक यह संदेश पहुँचे कि 7 मई को सभी अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें।
-ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ खासकर शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा आदर्श मतदान केन्द्र स्थापित किए जाएं।
-85 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले दिव्यांग मतदाता जिन्होंने फॉर्म-12डी में घर पर ही वोट डालने के लिए सहमति दी है, उन घरों के रूट चार्ट की जानकारी सभी प्रत्याशियों को अवश्य दी जाए।
-सभी जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले के सभी पोस्ट ऑफिस से सतत संपर्क बनाए रखकर शेष मतदाता पहचान पत्रों (इपिक) का वितरण कराएं। इस काम में बीएलओ का भी सहयोग लिया जा सकता है।
-मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मतदाता सूचना पर्चियों का वितरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए मतदाता सूचियों के वितरण पर केवल बीएलओ पर निर्भर न रहें। पर्चियों के वितरण पर विशेष निगरानी रखें और यह सुनिश्चित करें कि शतप्रतिशत मतदाताओं तक पर्चियां पहुंचें।