-गोलीबोरी मेें घायल हुए लोगों को डोनेट किया ब्लड
-टीआई धर्मेन्द्र सिंह और आरक्षक नागर सिंह और कुंजबिहारी शर्मा ने पेश की मानवता की मिसाल
ग्वालियर। कानून का पालन कराने के लिए रूखा रवैया और कड़क बोली बोलने वाली पुलिस की वर्दी को देखकर अधिकतर समय लोगों के मन में नकारात्मक छवि ही सामने आती है, लेकिन यह वर्दी इंसानियत और मानवता की मिसाल भी बन सकती है। एक ओर यह वर्दी जहां अपराध करने वालों को सजा दिलाने का काम करती है, तो आवश्यकता होने पर किसी की जान बचाने के लिए अपना खून भी दान कर सकती है। गाहे ब गाहे पुलिस की वर्दी पहने अधिकारी और जवानों की इंसानियत के किस्से सामने आते रहते हैं। इंसानियत का एक उदाहरण ग्वालियर की महाराजपुरा पुलिस के अधिकारी और जवानों ने भी मानवता का अनूठा उदाहरण पेश किया है।
हुआ यह कि रविवार की रात एक शराब पार्टी के दौरान कुछ लोगों का विवाद हुआ। इस विवाद ने झगड़े का रूप लिया और फिर परिणाम गोलीबारी तक पहुंच गया। गोलीबार में घायल हुए लोगों को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। सुबह नामजद आरोपी यशवीर सिंह भदौरिया और रंजीत वाल्मीकि को गिरफ्त में ले लिया। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई तो की ही, इसके साथ ही उदार पक्ष भी जनता के सामने रखा है।
दरअसल, शराब पार्टी में हुई गोलीबारी में राजवीर जाटव सहित अन्य घायल हो गए थे। घायलों का जीवन बचाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत ब्लड की आवश्यकता बताई। ब्लड की इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए परिजन से बात की गई। खून की इस जरूरत को पूरा होते न देख महाराजपुरा थाना प्रभारी धर्मेन्द्र ङ्क्षसह ने खुद आकर ब्लड देने की पेशकश की। निरीक्षक के पहल करते ही आरक्षक नागर सिंह और कुंजबिहारी शर्मा भी ब्लड देने आगे आ गए। ऐसे में जब कोई अपना ही अपने को ब्लड देने से कतरा रहा था, तब पुलिस के इन जवानों ने तुरंत रक्तदान किया। इस रक्तदान के साथ ही यह संदेश भी गया है कि ड्यूटी के समय पुलिस जवान कानून-व्यवस्था का पालन कराने के लिए तत्पर रहते हैं और जरूरत होने पर इंसानियत और मानवता की मिसाल भी बन सकते हैं।