मालनपुर: कंपनी ने नहीं किया बढ़े वेतन का भुगतान, श्रमिकों का प्रदर्शन

– कंपनी प्रबंधन पर लगाए आरोप, समर्थन देने पहुंचे विधायक


मालनपुर। प्रदेश सरकार द्वारा फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों का वेतन बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं, लेकिन मालनपुर में संचालित मार्बल विनाइल लिमिटेड कंपनी द्वारा उन्हें बीते महीने का बढ़ा हुआ वेतन नही दिया गया। इसको लेकर बुधवार को कंपनी के एक सैकड़ा के करीब श्रमिकों द्वारा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध कर दिया। लगभग 5 घण्टों तक कंपनी के मुख्य द्वारा पर विरोध प्रदर्शन करते हुए श्रमिकों द्वारा हड़ताल की गई।

1 अप्रेल को प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के श्रमिकों के वेतन में भगुतान 25 सौ रुपए की बढ़ोतरी करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद कई प्रायवेट कंपनियों द्वारा आदेश का पालन करते हुए काम करने वाले श्रमिकों की मजदूरी में बढ़ोतरी कर भुगतान भी किया गया। इस बीच मालनपुर क्षेत्र में संचालित हो रही मार्बल विनाइल कंपनी के प्रबंधन द्वारा शासन के उक्त आदेश का पालन न करते हुए श्रमिकों को बढ़ी हुई मजदूरी का भुगतान नही किया गया। इसको लेकर बुधवार को कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों ने आंदोलन करते हुए काम बंद कर दिया। सुबह 6 बजे श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार बंद कर दिया। लगभग 5 घण्टों तक इस विरोध प्रदर्शन की सूचना जैसे ही स्थानीय विधायक केशव देसाई को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों से चर्चा करने के बाद प्रबंधन के कर्मचारियों से जानकारी ली।

शासन के आदेश पर कोर्ट में स्टे:

विधायक केशव देसाई ने बताया कि मार्बल विनाइल कंपनी के मैनेजर विनोद सिंह से विरोध कर रहे श्रमिकों का वेतन भुगतान बढ़ाए जाने को लेकर चर्चा की गई। जिसमें उन्होने बताया कि शासन के इस आदेश के विरुद्ध उच्च न्यायालय ग्वालियर खण्डपीठ में याचिका दायर की गई है। जिसके बाद आदेश पर स्टे मिला है। इस मामले में अगली सुनवाई 21 मई को होना है। इस प्रकरण में न्यायालय के आदेश आने के बाद ही कोई भुगतान किया जा सकेगा।

ठेकेदार पर लगाए आरोप:

मार्बल विनाइल कंपनी के श्रमिकों ने प्रदर्शन के दौरान बताया कि फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों को नियमानुसार पीएफ आदि सुविधाऐं नही मिलती है। यहां प्रबंधन द्वारा मजदूरी का ठेका पीएन शर्मा को दिया है, जो गरीब मजदूरों की मजबूरी का फायदा उठा कर उनसे कम भुगतान पर काम कराया जाता है। काम करने वाले श्रमिकों को शासन के नियम के आधार पर पीएफ खातों में जमा नही किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!