-5 साल से उप पंजीयक कार्यालय प्रभारी पंजीयक के भरोसे
मिहोना। लहार अनुविभाग के मिहोना तहसील कार्यालय में उप पंजीयक कार्यालय भगवान भरोसे चल रहा है। भू माफिया के द्वारा जमकर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। जिससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उप पंजीयक कार्यालय पिछले पांच साल से प्रभारी पंजीयक के सहारे चल रहा है। जिससे आमजन को कार्यालय संबंधी काम कराने में पसीना छूट रहा है।
उप पंजीयक कार्यालय इन दिनों दलालों के हवाले हो गया है। जहां पर कई दलाल सक्रिय हो गए हैं और आमजन को गुमराह कर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। मेहगांव पंजीयक कार्यालय में पदस्थ रजिस्ट्रार रणबीर सिंह जादौन मंगलवार और शुक्रवार को देते है मिहोना कार्यालय में अपनी सेवाऐं। प्राइवेट लोगों के द्वारा रजिस्ट्रार की मिली भगत से रजिस्ट्री में नियमावली को ताक पर रखकर रजिस्ट्री की जा रही हैं। आलम ये है कि अगर फाइल में रजिस्ट्रार का खर्चा नहीं जुड़ा हो तो नियमों का हवाला देकर उस रजिस्ट्री को रोक दिया जाता है। दलालों के द्वारा रजिस्ट्री कराने पर प्रति रजिस्ट्री में अधिकारी का सेवा शुल्क अलग से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों की माने तो अगर सेवा शुल्क पहले से दे दिया जाए तो किसी भी दिन रजिस्ट्री कर दी जाती है क्योंकि मेहगांव से साईड को खोल दिया जाता है। जबकि मिहोना में किसानों के लिए सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार रजिस्ट्री के लिए तय किए गए हैं।
जमीनों की कीमत में आया उछाल
उप पंजीयक कार्यालय में मिली भगत से रजिस्ट्री में फर्जीबाड़ा किया जा रहा है। साथ ही अचानक ही ग्रामीण क्षेत्र की जमीनों की कीमत काफी बढ़ गई है। क्योंकि भू माफिया के द्वारा बिना परमीशन और अन्य जरूरी विंदुओं को दरकिनार करते हुए अवैध कॉलोनियां काट रहे हैं। इस काम में दलाल भी सक्रिय हैं और उनका काम खूब फलफूल रहा है। ऐसी कॉलोनियों में लोगों को सुविधाऐं भी नहीं दी जा रही हैं। राजस्व विभाग के कर्मचारियों और प्रॉपर्टी डीलरों की सांठगांठ से मिहोना नगर की भिण्ड रोड, लहार रोड, पेट्रोल पंप के पास, मछंड, मिहोना नगर का नया बाईपास पर सरकारी जमीन पर भी भू माफियाओं की नजर है।
इनका कहना है:
पंजीयक कार्यालय 5 साल से एक ही प्रभारी के भरोसे है जिससे खुले आम किसानों और ग्रामीणों से दस से पंद्रह हज़ार रूपए की सेवा शुल्क बसूली जा रही है।
नरेंद्र सिंह चौहान, नागरिक
मामला मेरी जानकारी में आया है, इस तरह का कार्य बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच करवाकर संबंधित के खिलाफ विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर भिण्ड।