– बढ़पुरी में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन
भिण्ड। पृथ्वी पर दुष्ट और पाप करने वालों का नाश करने के लिए अवतरित हुए भगवान श्रीकृष्ण में ने बाल्यकाल में उनका संहार किया था। उनकी लीलाओं में कई स्थानों पर उनका पृथ्वी पर सनातन की रक्षा करने का वर्णन मिलता है। यह बात मंगलवार को अटेर के बढ़पुरी में आयोजित हो रही श्रीमद भागवत कथा के छंटवे दिन कथा वाचक पंडित राहुल शुक्ला ने उपस्थित श्रोताओं को कृष्णलीला का वर्णन करते हुए कही।
श्री शुक्ला ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का मनोहर वर्णन करते हुए माखन चोरी की लीला का संगीतमय गायन किया। उन्होने कहा कि भगवान ने बाल्य काल से ही दुष्टों का नाश करने करने का काम किया। ऋषियों के भजन पूजन मं व्यवधान डालने वाली पूतना के अलावा कई राक्षसी ताकतों का वध करते हुए उन्होने सनातन धर्म की रक्षा करने काम किया।
प्रभु बाल्यकाल से ही अपनी नटखट लीलाओं के कारण प्रत्येक व्यक्ति के प्रिय थे। यह लीलाऐं ऐसी होती थी कि उनके शिशु रूप के दर्शन के लिए स्वयं भगवान शंकर को पृथ्वी पर नन्दबाबा के घर आना पड़ा था। खेल खेल में यमुना नदी में कूद कर कालिया नाग का वध करने वाले थे कि तभी नाग कन्याओं द्वारा विनती करने पर उसे गांव से दूर जाकर रहने के वचन पर उसके प्राण नही लिए।
धर्म और मानव की रक्षा करने के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश के माध्यम से मानवधर्म की जो व्याख्या की है वह चिर काल तक पृथ्वी पर संदेश देने का काम करेगी। भागवत गीता का सार भी मानवता और संस्कारों का पालन करते हुए जन कल्याण की भावना को बढ़ावा देता है।