-गिरवाई पुलिस ने अंधे कत्ल का किया पर्दाफाश…..
ग्वालियर। 28 मई को गिरवाई थाना क्षेत्र के जंगल में अंतर्गत सड़ी गली अवस्था में मोंटू सविता की लाश मिली थी। इस हत्या का खुलासा गिरवाई पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट और तकनीकी साक्षों के आधार पर किया है। पुलिस ने हत्या करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या की प्रमुख वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। मोन्टू सविता ऑटो चालक था। 27 मई को घर नहीं आया था। परिवार के लोगों ने गिरवाई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तीसरे दिन पुलिस को बॉडी मिली। अधिकारियों के निर्देश पर गिरवाई पुलिस ने पड़ताल शुरू की। पुलिस को मृतक की ऑटो एमपी07-जेडई-9242 कल्याणी तिराहे के पास रोड किनारे खंती में खड़ी मिली। ऑटो की जांच की तो उस पर खून के निशान मिले। इसके बाद ऑटो चालक के साथ किसी प्रकार की अनहोनी होने की आशंका जताई गई।
कॉल डिटेल सर्च कर पुलिस आरोपियों तक पहुंची…..
गिरवाई थाना प्रभारी निरीक्षक प्रीती भार्गव की अगुवाई में पुलिस की टीमें गुमशुदा की तलाश में लगीं। 30 मई को गुमशुदा मोंटू सविता का शव नयागांव से बनवार की ओर जाने वाली रोड पर जंगली क्षेत्र में पड़ा मिला। शव की पहचान उसके परिजन ने की। इसके बाद पुलिस ने कॉल डिटेल एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दो संदेहियों अमन कुशवाह एवं ओमप्रकाश कुशवाह उर्फ ओमी को दबोचा। इनसे हत्या के संबंध में पूछताछ की गई। पहले तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया।
पुलिस ने जब अपने तरीके से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी ओमप्रकाश उर्फ ओमी कुशवाह पूर्व में किसी ब्रेकरी ऑनर की ऑटो चलाता था, जिसे बाद में ऑनर ने नौकरी से निकाल दिया था। आरोपी को शंका थी कि उसे नौकरी से निकलवाने में मृतक का हाथ रहा है। नौकरी से निकलवाने की रंजिश के कारण उसके द्वारा अपने साथी अमन कुशवाह के साथ मृतक को अपने साथ ले जाकर वीरपुर बांध शराब पार्टी की।
जब नशा हो गया तो मोंटी की ऑटो से ही ले जाकर चाकू से पीठ एवं गले में बार कर हत्या कर दी। दोनों आरोपियों ने मृतक को ऑटो से ही ले जाकर जंगल के रास्ते पर ले जाकर फेंक दिया। पुलिस को भ्रमित करने के लिए ऑटो बनवार-चीनोर व छीमक होते हुए कल्याणी तिराहे के पास रोड किनारे छोड़ गए। उन पर शंका न हो इसलिए उक्त दोनों आरोपी मृतक के परिजन के साथ उसकी तलाश भी कराते रहे। थाना गिरवाई पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों से विस्तार से पूछताछ कर रही है।
इनकी मेहनत लाई रंग
आरोपी ओमप्रकाश कुशवाह उर्फ सचिन उर्फ ओमी पुत्र हरीराम निवासी पटिया वाला मौहल्ला और अमन कुशवाह पुत्र डोगर सिंह कुशवाह निवासी महेशपुरा सिकन्दर कंपू को गिरफ्तार करने में पुलिस कर्मियों मेहनत रंग लाई है। इस अंधे कत्ल का खुलासा करने में थाना प्रभारी गिरवाई प्रीति भार्गव, उनि धर्मेन्द्र सिंह यादव, उनि. रजनी रघुवंशी साइबर सेल, सउनि कमलेश यादव, सउनि. कप्तान सिंह, प्रआर. मदन उदैनिया, आरक्षक गौरव तोमर, कमल रावत, सिघराम रावत, मनीष कुमार, सोनू प्रजापति की भूमिका सराहनीय रही हैं।