– विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
भिण्ड। विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर उपजेल गोहद एवं एडीआर सेंटर में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उपजेल गोहद में आयोजित शिविर में मनोज कुमार तिवारी, (सीनि.) विशेष न्यायाधीश द्वारा सभी उपस्थित बंदियों को नशे से दूर रहने को लेकर जानकारी दी गई। उन्होने कहा कि नशे की वजह से लोग कई बार ऐसे काम करते हैं जिससे उनके द्वारा अपराध कारित हो जाता है।
नशा हमारे मस्तिष्क को कमजोर बनाता है तथा हमारी शारीरिक एवं मानसिक क्षमताओं को कम करता है। तंबाकू सेवन से होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे मुंह का कैंसर, हदृय रोग, फेफड़ों की बीमारी होती है। यहां उन्होने सीओपीडी, मधुमेह आदि के बारे में भी जानकारी देते हुए बंदियों को इसे दूर रहने की बात कही। उन्होने कहा कि तंबाकू या अन्य कोई नशीले पदार्थ से दूर रह कर हम अपना जीवन सुरक्षित करते हैं। इसके साथ ही परिवार व आर्थिक नुकसान से भी दूरी बनाते हैं। उक्त कार्यक्रम में आरती ए शुक्ला, जिला न्यायाधीश, हिमांशु कौशल सचिव, अफजल खान, जिला न्यायाधीश एवं कमलेश भरकुंदिया सीजेएम एवं हेम सरिता मिंच, उपजेल अधीक्षिका उपस्थित रही।
निरंतर नशा नास का कारण:
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एडीआर सेंटर में आयोजित शिविर में कमलेश भरकुंदिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्ेट द्वारा शिविर में उपस्थितजन को समझाया गया कि तम्बाकू एक ऐसा नशीला पदार्थ है जिसके निरंतर सेवन स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। जिला न्यायाधीश हिमांशु कौशल ने बताया कि तम्बाकू उगाना, बनाना, बेचना, सेवन करना, एवं सेवन पश्चात् होने वाला वेस्ट, मानव स्वास्थ्य एंव पर्यावरण के लिये घातक है। इन तथ्यों का उल्लेख करते हुये उपस्थित व्यक्तियों को जिंदगी चुनने और तंबाकू छोडऩे की सलाह दी गयी। इस अवसर पर सौरभ कुमार दुबे, जिला विधिक सहायता अधिकारी एवं एलएडीसीएस एवं पैनल अधिवक्तागण उपस्थित रहे।