मौके से एक एलएनटी मशीन की बरामद…..
ग्वालियर। डबरा एसडीएम दिव्यांशु चौधरी और तहसीलदार अनिल नरवरिया की अगुवाई में कैथोदा गांव में सिंध नदी से रेत निकाल रहे माफिया पर कार्रवाई हुई। शानिवार की सुबह हुई इस कार्रवाई में सात पनडुब्बियां जब्त करके नष्ट की गईं। जबकि एक एलएनटी मशीन भी जब्त की गई। कार्रवाई में सिटी थाना प्रभारी यशवंत गोयल के नेतृत्व में पुलिस अमला भी पहुंचा था। एलएनटी मशीन को जब्त कर लिया है।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि निर्देश के बाद भी जिले में रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन व भण्डारण किया जा रहा है। इस अवैध काम को बस्र्ट करने के लिए प्रशासनिक दल लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। डबरा में जहां शनिवार को कार्रवाई हुई, वहीं शुक्रवार को पनिहार एवं झांसी रोड थाना पुलिस ने कार्रवाई कर रेत का अवैध परिवहन करते हुए दो ट्रक जब्त किए थे। रेत का अवैध उत्खनन करने वालों पर खनिज अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई कर प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
अल सुबह एसडीएम पहुंचे नदी पर ……
रेत माफिया द्वारा सिंध नदी से अवैध रेत निकालने को लेकर एसडीएम दिव्यांशु चौधरी को सूचना मिली थी। सटीक सूचना के आधार पर शनिवार की अल सुबह टीआई यशवंत गोयल और तहसीलदार अनिल नरवरिया को साथ लेकर कैथोदा पहुंचे। इस कार्रवाई से पिछोर थाने को दूर रखा गया था। पिछोर क्षेत्र के कैथोदा गांव में जब टीम पहुंची तो रेत माफिया को भी इसकी भनक नहीं लगी। प्रशासनिक दल ने आकस्मिक कार्रवाई से माफिया को बचने का मौका नहीं मिला। मौके पर पहुंचे दल को से नदी के अंदर से रेत निकालती सात पनडुब्बियां मिलीं। इन सभी पनडुब्बियों को नदी में खड़ी एलएनटी मशीन से ही तोड़ दिया गया। जबकि एलएनटी मशीन भी जब्त की गई।
कंपनी कर रही खुलेआम रेत की चोरी……….
जानकारी के अनुसार मौखिक एग्रीमेंट के आधार पर शिवा कार्पोरेशन के कारिंदे सिंध नदी के किनारे स्थित बेलगाढ़ा, लिधौरा, मरसेनी घाट से बड़े पैमाने पर रेत निकाल रहे हैं। रेत माफिया प्रतिदिन लाखों रुपए की रेत चोरी कर रहा है। क्षेत्रीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भी मिलीभगत की संभावना व्यक्त की गई है। यही कारण रहा है कि एसडीएम ने जब कार्रवाई की तो पिछोर पुलिस को इससे दूर रखा गया।
नदी में बना दिए हैं रैंप………..
भितरवार के भैंसनारी, विजकपुर, सत्ती, पंवाया के अलावा डबरा के कैथोदा, बेलगढ़ा आदि घाटों से हर दिन लाखों रुपए की रेत निकाली जा रही है। रेत माफिया ने नदी में रैंप बना दिए हैं। इस अवैध कारोबार में खादी से लेकर खाकी तक सभी की परोक्ष-अपरोक्ष संलिप्तता सामने आती रही है। लालच की वजह से एक ओर जहां सिंध नदी का मूल स्वरूप नष्ट किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जलीय जीवों के अस्तित्व भी खतरे में है। कार्रवाई में हर बार पनडुब्बियां तो मिलती हैं, लेकिन रेत माफिया के गुर्गों को पकडऩे में अमला असफल रहता है।
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