EURO 2024 : यूरो 2024

  • फुटबॉल विश्व कप के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय व देखा जाने वाला आयोजन

  • शुक्रवार 14 जून, मेजबान जर्मनी व स्कॉटलैंड के मध्य होने वाले मैच से इस टूर्नामेंट के 17वें संस्करण का शुभारंभ होगा।

यूरोपीय देशों की फुटबॉल प्रतियोगिता जिसे अनौपचारिक रूप से यूरो चैंपियनशिप या सिर्फ यूरो कहा जाता है, यूरोप की राष्ट्रीय पुरुष फुटबॉल टीमों का टूर्नामेंट है, जो 1960 से हर चार वर्ष में आयोजित होता है। इसका आयोजन यूइफा (UEFA) द्वारा कराया जाता है और यह ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों व फुटबॉल विश्व कप के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय व देखा जाने वाला आयोजन है। इसका आयोजन दो विश्व कप के बीच के वर्ष में होता है।


शुक्रवार 14 जून, भारतीय समयानुसार शनिवार रात 12.30 पर मेजबान जर्मनी व स्कॉटलैंड के मध्य होने वाले मैच के किक-ऑफ के साथ 24 टीमों के इस टूर्नामेंट के 17वें संस्करण का शुभारंभ होगा। एक माह तक चलने वाले इस भव्य आयोजन का समापन 14 जुलाई को बर्लिन के 70 हजार से अधिक दर्शक क्षमता वाले ओलंपिक स्टेडियम में होगा। छः ग्रुपों की 4-4 टीमों के बीच होने वाले मैच 26 जून तक खेले जाएंगे। 29 जून से नॉक-आउट राउंड शुरू होंगे व 9 तथा 10 जून को सेमीफाइनल खेले जाएंगे। जर्मनी के दस शहरों में कुल 51 मैच होंगे।

शुरुआत में यूरोप में विभिन्न टीमों के मध्य प्रतियेगिताएं होती थीं पर पूरे महाद्वीप के लिए कोई एक प्रतियोगिता नहीं थी। 1927 में फ्रेंच फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव हेनरी डेलॉने ने पहली बार ऐसी किसी प्रतियोगिता के बारे में सुझाया था, परंतु इसको फलीभूत होने में 33 साल लग गए इस बीच 1955 में डेलॉने का निधन हो गया। उनके सम्मान में विजेता को दी जाने वाली ट्रॉफी का नामकरण उनके नाम पर हेनरी डेलॉने कप रखा गया है। प्रारंभिक 20 वर्षाें तक टूर्नामेंट में केवल 4 देश भाग लेते थे, 1980 में इस संख्या को बढ़ा कर 8 किया गया। 1996 में यह संख्या फिर दोगुनी कर दी गयी और 2016 से यह 24 टीमों का टूर्नामेंट हो गया है।


जर्मनी अब तक की सबसे सफल टीम है। उसने सर्वाधिक 14 बार हिस्सा लिया है, 3 बार विजेता और 3 बार उपविजेता रही है। जर्मनी ने 3 बार कांस्य पदक भी जीता है। स्पेन भी 3 बार का विजेता और 1 बार का उपविजेता है। इनके अलावा फ्रांस व इटली 2-2 बार के विजेता हैं। पिछली बार के फाइनल में इटली ने इंग्लैंड को पेनाल्टी शूट-आउट में हरा कर खिताब जीता था।
इस बार की 24 टीमों में से 19 पिछली प्रतियोगिता का भी हिस्सा थीं। अल्बीनीया, रोमानिया, सर्बिया और स्लोवीनिया 2020 में चूक जाने के बाद पुनः वापसी कर रहे है। जॉर्जिया इस बार अपना पहला टूर्नामेंट खेलेगा। क्वालीफाई करने से चूकने वाले देशों में स्वीडन व वेल्स प्रमुख हैं। वहीं रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने के कारण भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया है। दिलचस्प है कि यूक्रेन क्वालीफाई कर प्रतियेगिता में भाग ले रहा है।

          
फ्रांस और इंग्लैंड इस बार खिताब जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। मेजबान जर्मनी को भी घरेलू मैदानों व दर्शकों का साथ मिलने की संभावना है। हालांकि पिछले 40 वर्षों से कोई मेजबान खिताब जीतने में सफल नहीं हुआ है। वैसे टूर्नामेंट के प्रारूप को देखते हुए इस बार किसी नए विजेता की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। एक बात पक्की है कि अगले एक माह तक फुटबॉल प्रेमियों को क्वालिटी फुटबॉल और यूरोपीय शैली का खेल, रोमांच और अप्रत्याशित परिणामों से रूबरू होने का अवसर जरूर प्रदान करेगा।

लेखक परिचय

डॉ शालीन शर्मा

संप्रति: खेल पत्रकारिता के साथ करियर की शुरुआत करने के बाद शासकीय सेवा में गए। वर्तमान में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। इसके साथ ही शौकिया तौर पर द ग्रिप न्यूज के लिए खेलों से संबंधित आलेख लिख रहे हैं।

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