– सबसे पुरानी कॉन्टीनेंटल फुटबॉल चैंपियनशिप
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विश्व कप विजेता अर्जेंटीना सबसे प्रबल दावेदार
दक्षिण अमरीकी महाद्वीप की राष्ट्रीय फुटबॉल टीमों के मध्य होने वाली प्रतियोगिता, जिसे कोपा अमेरिका के नाम से जाना जाता है, सबसे पुरानी कॉन्टीनेंटल फुटबॉल चैंपियनशिप है। 1916 में शुरू हुई इस प्रतियोगिता का 48वां संस्करण 20.06.2024 कोे अमरीकी राज्य जॉर्जिया के शहर एटलांटा के मर्सीडीस बेंज़ स्टेडियम में गत विजेता अर्जेंटीना व कनाडा के बीच होने मैच से शुरु होगा। 25 दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में इस बार 16 टीमें भाग ले रही हैं। यह फुटबॉल विश्व कप व यूरोपियन चैंपियनशिप के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय व देखा जाने वाला आयोजन है। अब इसका आयोजन दो विश्व कप के बीच के वर्ष में होता है।
अपने प्रारंभिक वर्षों में यह टूर्नामेंट प्रतिवर्ष आयोजित होता था एवं 1967 तक इसका नाम साउथ अमेरिकन चैंपियनशिप था। कई उतार-चढ़ाव देखने बाद 1959 से 1987 तक इसका आयोजन हर चार साल में होने लगा। 1975 से इसे कोपा अमेरिका के नाम से जाना जाने लगा और 1987 से इसका आयेजन हर दो साल में होने लगा। 2001 से 2007 तक हर तीन साल के आयोजन के बाद पुनः इसे हर चार साल में आयोजित किया जाने लगा। वर्ष 2020 से इसका आयोजन विषम के स्थान पर सम वर्ष में कराने का निर्णय लिया गया। शुरुआत में दक्षिण अमरीकी महाद्वीप की चार टीमें ही भाग लेती थीं परंतु धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गयी और 1975 तक सभी दस देश इसमें हिस्सा लेने लगे। 1993 से उत्तरी व मध्य अमरीकी देशों के फेडरेशन की दो टीमों को सम्मिलित कर टीमों की संख्या 12 हो गयी, यह टूर्नामेंट के फॉर्मेट के हिसाब से भी उचित था। इस वर्ष की प्रतियोगता में कुल 16 टीमें भाग ले रहीं हैं, 10 दक्षिण अमरीकी फेडरेशन कॉनमेबॉल (CONMEBOL) से और 6 टीमें मध्य व उत्तरी अमरीकी फेडरेशन कॉनकाकैफ (CONCACAF) से और मेजबानी अमरीका को दी गयी है, जहाँ मैचों का आयोजन 14 शहरों में होगा। टूर्नामेंट का फाइनल मैच 14 जुलाई को फ्लोरिडा के मियामी में हार्ड रॉक स्टेडियम में खेला जाएगा। विजेता को कॉनमेबॉल-यूइफा चैंपियंस कप के लिए यूरो 2024 के विजेता से खेलने का अवसर मिलेगा।
इस प्रतियोगिता की सबसे सफल टीमें उरुग्वे व अर्जेंटीना हैं, जिन्होंने इसे 15-15 बार जीता है। अर्जेंटीना 14 बार उपविजेता भी रही है, जिसमें से 11 बार वह उरुग्वे से हारी है। ब्राज़ील 9 बार की विजेता व 12 बार की उपविजेता है। अर्जेंटीना सर्वाधिक 9 बार मेजबान रहा है, उसके बाद उरुग्वे और चिली में 7-7 बार आयोजन हुआ है। 8 दक्षिण अमरीकी देशों ने इस प्रतियोगिता को जीतने में सफलता प्राप्त की है, सिर्फ इक्वाडोर और वेनेज़ुएला ही अब तक इसे जीतने में विफल रहे हैं। विजेता को दी जाने वाली ट्रॉफी 9 किलोग्राम चाँदी से बनी व 77 सेंटीमीटर ऊँची है, जिसके नीचे लकड़ी के तीन आधार हैं, जिन पर पूर्व विजेताओं के नाम व जीत के वर्ष लिखी पट्टिकायें लगी हैं। 1997 से उपविजेता को एक छोटी चाँदी की ट्रॉफी प्रदान की जाती है, जिसे 1997 के मेजबान देश के नाम पर कोपा बोलीविया कहा जाता है।
इस बार विश्व कप विजेता अर्जेंटीना सबसे प्रबल दावेदार है। उनके कप्तान लियो मेसी को अमरीकी लीग में खेलने से वहाँ के मैदानों पर खेलने का अनुभव काम आएगा। उनके स्टार खिलाड़ी एंजिल डि मारिया का विदाई टूर्नामेंट और साथी उन्हें जीत का तोहफा देना चाहेंगे। ब्राजील भी मजबूत दावेदार है, विनिशियस जूनियर सहित उसके कई खिलाड़ियों का हाल में चैंपियंस ट्रॉफी की जीत से मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। टीमों की संख्या अधिक होने से ग्रुप स्टेज पर अप्रत्याशित परिणामों की संभावना भी है। अगले 25 दिनों तक उच्च क्वालिटी की लेटिन अमरीकी कलात्मकता वाली फुटबॉल से विश्व भर में फैन्स व दर्शकों का रोमांचित होंगे व प्रतियोगिता में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।
लेखक परिचय
नाम: डॉ. शालीन शर्मा
संप्रति: खेल पत्रकारिता के साथ करियर की शुरुआत करने के बाद शासकीय सेवा में गए। वर्तमान में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। इसके साथ ही शौकिया तौर पर द ग्रिप न्यूज के लिए खेलों से संबंधित आलेख लिख रहे हैं।