-खत्म होगी विद्युत आपूर्ती की समस्या: शुक्ला
– अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संभागीय समीक्षा बैठक संपन्न
भिण्ड। जल्द ही चंबल के बीहड़ों को विकसित करते हुए यहां सौर ऊर्जा के प्लांट लगाए जाएंगे। जिसके बाद यहां बिजली आपूर्ती की समस्या खत्म होगी और विकास के नए रास्ते उपलब्ध होंगे। क्षेत्र को विकसित करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा, जो नए भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मुरैना में अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक के दौरान यह बात प्रदेश के नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कही।
प्रदेश के विद्युत एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं चम्बल संभाग के प्रभारी अपर सचिव मनु श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शनिवार को चंबल संभाग की संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश के नवीन एवं नवकरण्ीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने बताया कि चंबल संभाग में एक बड़ा क्षेत्र बीहड़ के रुप में स्थापित है। इसे विकसित करने को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा प्लान तैयान किया गया है। जहां नवीन उद्योगों को स्थापित कर रोजगार, श्रजन सहित विकास के नए आयाम खोलने को लेकर योजना बनाई गई है।
इस दिशा में इन बीहड़ों को विकसित करते हुए यहां सौर ऊर्जा निर्माण के लिए सोलर प्लांट लगाए जाने का निर्णय हुआ है। उन्होने बताया कि इसके लिए कार्य योजना तैयार कर उसे मूर्तरुप दिया जा रहा है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए जा चुके हैं। बैठक में मुरैना-श्योपुर सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, महापौर शारदा सोलंकी, अम्बाह विधायक देवेन्द्र सखवार, विधायक भिण्ड नरेन्द्र सिंह कुशवाह, गोहद केशव देशायी, चम्बल कमिश्नर संजीव कुमार झा, आईजी सुशांत सक्सेना, डीआईजी कुमार सौरभ, प्रभारी कलेक्टर मुरैना डॉ. इच्छित गढ़पाले, कलेक्टर भिण्ड संजीव श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
समय पर पूरा हो रेस्टोरेशन कार्य:
आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जमीनी स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए की योजना क्रियान्वित होने के साथ ही रेस्टोरेशन का काम समय पर पूर्ण कर लिया जाए। हर स्टेज के जीओ टेग फोटो अपलोड करने की व्यवस्था भी हो। उन्होने कहा कि शहरी क्षेत्र में अति वर्षा से निपटने के लिए नालों की सफाई के साथ-साथ पानी के निकासी के लिए भी व्यापक कार्य योजना बनाई जाए, जिससे पानी अवरुद्ध होने की समस्या का समाधान हो सके। बैठक में उन्होने खाद आपूर्ति के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर एनपीके ज्यादा से ज्यादा किसानों को उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाये, जिससे एनपीके फायदे फसलों को मिल सके।
गोहद में खारे पानी की समस्या:
आयोजित संभागीय बैठक में गोहद विधायक केशव देसाई ने बताया कि गोहद क्षेत्र में खारे पानी की समस्या लंबे समय से है। यहां पेयजल आपूर्ती की समस्या के कारण लगभग 40 गांव इससे जूझ रहे हैं। स्थिती यह है कि इस गंभीर समस्या के कारण कई परिवार गांव से पलायन कर गए हैं। इस पर बैठक में मौजूद भिण्ड कलेक्टर ने बताया इसके लिए जगह-जगह मीठे पानी के सोर्स ढूंढे गए हैं और कुछ गांव में पानी की सप्लाई भी की गई है। इसकी कार्य योजना बनाने के लिए प्रस्ताव जल्द भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं।
करें मोटे अनाज उत्पादन को प्रोत्साहित:
समीक्षा बैठक में चंबल संभाग में मोटे अनाज के उत्पादन को बढाए जाने की बात की गई, जिस पर संभाग आयुक्त संजीव झा के निर्देश पर कृषि और उद्यानिकी के अधिकारियों ने बताया कि संभाग में 1 लाख 34 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में चावल की बोनी हो रही है। इस वर्ष के सुनिश्चित किया जा रहा है कि लगभग 16 प्रतिशत भाग में मोटे अनाज मक्का अन्य दलहन की बुआई की जाए। वहीं अपर मुख्य सचिव ने संभाग में खरीफ फसल की कम बुवाई को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसे सुधारने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाऐं।