हर विद्यार्थी 25-25 हजार रुपए की राशि से ले सकेंगे अपनी पसंद का लैपटॉप
भोपाल। प्रदेश के 89 हजार 710 मेधावी विद्यार्थियों ने मन लगाकर पढ़ाई की, अच्छे नंबर आए तो अब सीएम डॉ. मोहन यादव ने लैपटॉप खरीदने के लिए 224 करोड़ रुपए की राशि खातों में भेजी है। छात्र इस राशि का उपयोग पसंद का लैपटॉप खरीदने में कर सकेेंगे। लैपटॉप खरीदने के बाद अपने स्कूल में रसीद जमा करानी होगी।
राशि ट्रांसफर करने के बाद सीएम ने कहा कि परिवार परंपरा में मां बच्चों को पुष्पित, पोषित करने में आनंद प्राप्त करती है, इस आनंद का वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता। मुझे भी इन बच्चों को लैपटॉप के लिए राशि देने में जो आनंद मिल रहा है, उसे शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा वर्ष 2023-24 में कक्षा 12 में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक से उत्तीर्ण होने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उनके बैंक खातों में 25-25 हजार रुपए की राशि लैपटॉप खरीदने के लिए अंतरित की गई है। ये विद्यार्थी वर्तमान में उच्च शिक्षा संस्थान में अध्ययन कर रहे हैं।
ये रहे मौजूद
विद्यार्थी संवाद एवं राशि वितरण कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल के प्रभारी तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कुार काश्यप, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री कृष्णा गौर, भोपाल महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, रवीन्द्र यती सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विद्यार्थी और अभिभावक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतिभावान विद्यार्थियों से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया। सीएम ने नरसिंहपुर की गीता लोधी, भोपाल के प्रशांत राजपूत, मुरैना की स्नेहा त्यागी, राजगढ़ के जयंत यादव, दमोह हटा की मोनिका साहू, सिवनी की एलिहा नाज़, राजगढ़ की ज्योति प्रजापति, भोपाल के पुष्पेन्द्र राजपूत से संवाद किया।
भेदमुक्त थी गुरुकुल परंपरा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत में विद्यमान गुरुकुल परंपरा जातियों और वर्ग भेद से मुक्त थी। सभी को समान रूप से सभी व्यवस्थाओं के लिए अधिकार देकर और प्रतिभाओं को निखार कर भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाता था। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इसराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि अपने आसपास विद्यमान चुनौतियों का सामना करने के लिए वर्तमान परिस्थितियों में अद्यतन तकनीक के साथ चलना आवश्यक है। अपने देश के हितों की सुरक्षा और जन-जन के कल्याण के लिए तकनीकी रूप से दक्ष होना जरूरी है।
सीएम ने सुनाया पांच गुण वाला श्लोक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च, अल्पहारी, गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणं ॥’ विद्यार्थियों के पांच गुणों को दर्शाने वाले इस श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा कि दृढ़ इच्छा, लक्ष्य के प्रति ध्यान, सतर्कता, स्फूर्ति और मोह रहित रहते हुए अपने उद्देश्य के प्रति समर्पण जैसे गुण विद्यार्थियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों सहित सभी व्यवसाय के लोगों में होने चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इसका आदर्श हैं, उनका अनुसरण करते हुए सभी, समय का सद्पयोग करे अपनी, अपने परिवार, समाज और देश की प्रगति के लिए समर्पित भाव से कार्य करें।
यह बोले शिक्षा मंत्री
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के लिए शिक्षा का राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होना, उनकी संवेदनशीलता दर्शाता है। उनके निर्देश पर प्रतिभावान विद्यार्थियों को ई-स्कूटी के बाद अब लैपटॉप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विद्यार्थियों ने कठिन परिश्रम के आधार पर ही यह उपलब्धि अर्जित की है। सचिव स्कूल शिक्षा संजय गोयल ने कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी।