टेनिस की चार वार्षिक ग्रैंड स्लैम स्पर्धाओं की अंतिम कड़ी
यानिक सिनर तथा एरियाना सबालेंका खिताब के प्रबल दावेदार
टेनिस की चार बड़ी वार्षिक ग्रैंड स्लैम स्पर्धाओं की अंतिम कड़ी, यू.एस. ओपन का 144वाँ संस्करण 26 अगस्त से न्यूयॉर्क के फ्लशिंग मीडोज़ में प्रारंभ हुआ। केवल विम्बलडन, स्कॉटलैंड, आयरलैंड व विक्टोरिया नेशनल चैंपियनशिप ही इससे पुरानी हैं। ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में विम्बलडन के बाद यह सबसे दूसरी सबसे पुरानी प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता ने विगत 143 वर्षों में कई रूप व स्थान बदले व आज यह टेनिस में विम्बलडन के बाद दूसरी सबसे प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धा है। सितंबर 1880 में अमरीकन चैंपियनशिप, स्टेटन आयलैंड क्रिकेट एंड बेसबॉल क्लब पर आयोजित हुई थी, किंतु पहली अधिकारी प्रतियोगिता का आयोजन यू.एस. नेशनल चैंपियनशिप के रूप में 31 अगस्त 1881 को न्यू पोर्ट केसिनो, न्यू पोर्ट, र्होड आयलैंड में पुरुषों के एकल व युगल मुकाबलों के साथ हुआ। इस वर्ष यहाँ विम्बलडन के नियम अपनाए गए एवं पुरुष एकल के 25 प्रतियोगिओं में रिचर्ड सियर्स को खिताबी जीत हासिल हुई, सियर्स ने अगले सात वर्षों तक इस खिताब को बरकरार रखा और आज भी इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता को सर्वाधिक बार जीतने का रिकार्ड संयुक्त रूप से उनके नाम है, उनके अतिरिक्त अमरीका के ही विलियम ए. लारनेड, 1901, 1902 व 1907 से 1911 तक सात बार तथा विलियम बिल टिल्डेन, 1920 से 1925 व 1929 को सात बार इस प्रतियोगिता को जीतने का गौरव प्राप्त है। 1968 से ओपन युग के प्रारंभ व पेशेवर खिलाड़ियों को शामिल किए जाने के बाद से अमरीकी जिमी कॉर्नर्स, 1974, 76, 78, 82 व 83, पीट सैम्प्रास, 1990, 93, 95, 96 व 2002 एवं महान रोजर फेडरर, 2004 से 2008 ही 5-5 बार के विजेता हैं। 1994 में आंद्रे अगासी यहाँ इतिहास के एकमात्र अनसीडेड विजेता बने।
1881 से 1974 तक यह प्रतियोगिता ग्रास कोर्ट पर खेली जाती रही तथा 1975 से 1977 तक 3 वर्ष यह क्ले कोर्ट पर आयोजित हुई। 1978 से अपने वर्तमान स्थल नेशनल टेनिस सेंटर, फ्लशिंग मीडोज के हार्ड कोर्ट पर आयोजित होने लगी। यहां पर ध्यान देने योग्य बात है कि महान अमरीकी खिलाड़ी जिमी कॉर्नस, एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस प्रतियोगिता को तीनों सतहों पर जीता है। प्रतियोगिता ने अपने 143 साल के इतिहास में कई स्थान बदले 1881 में न्यू पोर्ट केसिनो, र्होड आयलैंड की शुरुआत से 1915 में आयोजन स्थल वेस्ट साइड क्लब, फॉरेस्ट हिल्स, न्यूयॉर्क स्थानांतरित हुआ, जहाँ यह 1977 तक लगातार आयोजित हुआ, सिवाय 1921 से 1923 के मध्य, जब इसका आयोजन जर्मन टाउन क्रिकेट क्लब, फिलेडेलफिया पेनसिलवेनिया में हुआ। महिलाओं की एकल प्रतियोगिता 1887 में फिलेडेलफिया क्रिकेट क्लब में प्रारंभ हुई एवं 1890 में महिला युगल एवं 1892 में मिश्रित युगल का प्रारंभ भी इसी स्थान पर हुआ। प्रारंभिक दौर में महिला एवं पुरुष मुकाबले अलग-अलग स्थानों पर आयोजित होते थे, 1935 में महिला एवं पुरुष एकल पहली बार एक साथ, एक स्थान पर हुए तथा युद्ध काल में 1942 में सुरक्षा कारणों से पहली बार सभी 5 एकल व युगल प्रतियोगिताएं एक साथ एक स्थान पर फॉरेस्ट हिल्स न्यूयॉर्क में आयोजित हुई। युगल स्पर्धाओं का आयोजन 1918 से 1968 के मध्य बीच-बीच में लॉन्ग वुड क्रिकेट क्लब, बॉस्टन मैसाच्युसेट्स में भी हुआ।
महिलाओं की एकल प्रतियोगिता को सर्वाधिक बार जीतने का गौरव नॉर्वे की मॉला मैलोरी के नाम है, जिन्होंने 1915 से 1926 के बीच 8 बार खिताबी जीत दर्ज की, 1920 के दशक में अमरीका की हेलेन विल्स मूडी ने 7 बार खिताब पर कब्जा जमाया था। ओपन युग में सर्वाधिक जीत का रिकार्ड संयुक्त रूप से दो अमरीकी खिलाड़ियों क्रिस एवर्ट लॉयड और सेरेना विलियम्स के नाम है, जिन्होंने 6-6 बार ट्रॉफी अपने नाम की है। सर्वाधिक प्रतियोगिताओं को जीतने का रिकॉर्ड मारग्रेट ऑसबोर्न ड्यूपोंट के नाम है जिन्होंने 1941 से 1960 के मध्य 3 एकल, 13 युगल एवं 8 मिश्रित युगल के साथ कुल 24 खिताब जीते, जिसमें 1950 वे तीनों खिताब एक साथ जीतने का गौरव भी हासिल कर सकीं। पुरुषों में अमरीका के ही बिल टिल्डेन 7 एकल, 5 युगल, एवं 4 युगल के साथ कुल 16 खिताबों के विजेता हैं। उन्होंने 1922 व 23 में तीनों खिताबों पर एक साथ कब्जा जमाया। आजकल पुरुष वर्ग में एकल स्पर्धा में भाग लेने वाले प्रतियोगी बहुत कम ही युगल व मिश्रित युगल में शिरकत करते हैं।
भारतीय सफलता के रूप में यू.एस. ओपन के युगल मुकाबलों में भारत के पास कुछ उपलब्धियां हैं, भारत के लिएंडर पेस 3 बार, 2006, 2009 व 2013 में तथा महेश भूपति एक बार, 2002 में, पुरुष युगल खिताब जीत चुके हैं। इसके अतिरिक्त लिएंडर 4, भूपति व रोहन बोपन्ना 2-2 बार उप विजेता भी रहे हैं। मिश्रित युगल में पेस व भूपति 2-2 बार तथा सानिया मिर्जा एक बार विजेता रहे हैं। सानिया ने 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ मिल कर महिला युगल भी जीता था। पेस इस प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग के विजेता भी रह चुके हैं।
कई मायनों में यह प्रतियोगिता सबसे अनूठी है, महिला एवं मिश्रित युगल स्पर्धाओं की शुरुआत सबसे पहले यहीं हुई, बाद में अन्य ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में। खिलाड़ियों को वरीयता देने की शुरुआत भी सबसे पहले 1922 में यहीं हुई ताकि उच्च वरीयता वाले खिलाड़ी टूर्नामेंट के उत्तरार्ध में ही आपस में भिड़ सकें। प्रारंभ में घरेलू व विदेशी खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग वरीयता सूची होती थी, जिसे बाद में एकीकृत कर दिया गया। प्रारंभिक दौर में यह टूर्नामेंट ‘चैलेंजर राउंड’ आधार पर खेला जाता था, जिसमें गत विजेता प्रतियोगिता के मुख्य ड्रॉ का हिस्सा नहीं होता था, वह केवल प्रतियोगिता के विजेता (चैलेंजर) से फाइनल खेलता था। किंतु यू.एस. ओपन ने ही सर्वप्रथम इस विसंगति को त्यागा और 1911 से पुरुषों तथा 1918 में महिलाओं की प्रतियोगिता में चैलेंजर राउंड समाप्त कर दिया गया। यही नहीं महिलाओं व पुरूषों को समान इनामी राशि देने की पहल भी सबसे पहले यू.एस. से ही शुरु हुई। स्कॉट फिट्सगेराल्ड ने अपनी पुस्तक ग्रेट गेट्सबी में फ्लशिंग मीडोज को ग्रेट मार्शलैंड डम्प कहा है, तथा यह 1939 व 1964 में विश्व मेले का स्थल एवं युद्ध काल में यू.एस. के लिए टेंपररी बेस भी रहा है। मुकाबला होता है व शेष सभी बेस्ट ऑफ थ्री टाई ब्रेक सेट्स के मुकाबले होते हैं। प्रतियोगिता वर्तमान में यू.एस.टी.ए. बिजी जीन किंग, नेशनल टेनिस सेंटर में हार्ड कोर्ट की सतह पर खेली जाती है। दो मुख्य स्टेडियम, मशहूर अमरीकी खिलाड़ी आर्थर एश व जैज़ संगीत सितारे लुइस आर्मस्ट्रांग के नाम पर हैं, जिनमें सरकने वाली छत हैं, जिससे बारिश एवं अत्यधिक गर्मी के समय छत के नीचे इनडोर खेल हो सकता है।
वर्तमान में यहाँ पुरुष एकल, युगल, महिला एकल, युगल व मिश्रित युगल के अतिरिक्त पुरुषों के 35 वर्ष, 45 वर्ष, व सुपर सीनियर युगल, महिला सीनियर युगल व जूनियर वर्ग में लड़के व लड़कियों के एकल व युगल मुकाबले होते हैं। इसमें पुरुष एकल बेस्ट ऑफ फाइव टाई ब्रेक सेट्स का
इस साल पुरूष एकल में विश्व नंबर एक यानिक सिनर तथा मौजूदा चैंपियन कार्लोस एल्कराज़ खिताब के प्रबल दावेदार हैं। अन्य प्रबल दावेदारों में जर्मन एलेक्ज़ेंडर ज़ेरेव, डेनिल मेडवडेव और हुबर्ट हरकेज़ शामिल हैं। स्थानीय सितारों, टेलर फ्रिट्ज़ एवं फ्रांसिस टियाफो से भी बड़े उलटफेर की उम्मीदें हैं। महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलियन ओपन विजेता एरियाना सबालेंका तथा विश्व नंबर एक ईगा श्वानटेक खिताब की प्रबल दावेदार है। उनके अतिरिक्त गत विजेता कोको गॉफ और कज़ाकिस्तान की एलेना रिबाकिना भी खिताब के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश करेंगी।
अपनी तेज सतह और बाउंस के लिए प्रसिद्ध इस प्रतियागिता में इस बार कई रिकाड्स के साथ उच्च कोटि की प्रतिस्पर्धा, कलात्मकता, संवेग, रोमांच, नाटकीयता, अनिश्चितता व खेल भावना के प्रदर्शन का एक और अभूतपूर्व अध्याय जुड़ेगा। उम्मीद है कि महिला व पुरूष दोनों वर्ग में इस बार भी नए विजेता सामने आएं।
लेखक परिचय
नाम: डॉ. शालीन शर्मा
संप्रति: खेल पत्रकारिता के साथ करियर की शुरुआत करने के बाद शासकीय सेवा में गए। वर्तमान में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। इसके साथ ही शौकिया तौर पर द ग्रिप न्यूज के लिए खेलों से संबंधित आलेख लिख रहे हैं।